John Abraham Birthday: धूम से पठान तक... इन फिल्मों से जॉन अब्राहम ने बड़े पर्दे पर मचाया धमाल
Published on: 17 Dec 2025 | Author: Babli Rautela
मुंबई: बॉलीवुड के हैंडसम हंक कहे जाने वाले जॉन अब्राहम आज अपना 53वां जन्मदिन मना रहे हैं. मॉडलिंग से फिल्मी दुनिया में कदम रखने वाले जॉन अब्राहम ने मेहनत और लगन के दम पर इंडस्ट्री में अपनी खास पहचान बनाई. दो दशक से ज्यादा के करियर में उन्होंने सिर्फ एक्शन हीरो ही नहीं बल्कि कॉमेडी साइकोलॉजिकल थ्रिलर स्पोर्ट्स ड्रामा और सच्ची घटनाओं पर आधारित फिल्मों में भी खुद को साबित किया. अभिनय के साथ साथ जॉन अपनी फिटनेस बाइक लव और सादगी भरे व्यक्तित्व के लिए भी जाने जाते हैं. आज उनके जन्मदिन के मौके पर नजर डालते हैं उनके उन किरदारों पर जो हमेशा के लिए दर्शकों के दिलों में बस गए.
साल 2004 में रिलीज हुई फिल्म धूम जॉन अब्राहम के करियर का बड़ा टर्निंग पॉइंट साबित हुई. इस फिल्म में उन्होंने कबीर नाम के चोर का किरदार निभाया था. बाइक पर स्टंट करता स्टाइलिश विलेन उस दौर के दर्शकों के लिए बिल्कुल नया अनुभव था. कबीर का शांत लेकिन खतरनाक अंदाज आज भी याद किया जाता है. इस फिल्म ने जॉन को रातोंरात स्टार बना दिया और एक्शन फिल्मों की दिशा बदल दी.
गरम मसाला में दिखा कॉमेडी का नया रंग
एक्शन के बाद जॉन अब्राहम ने कॉमेडी में भी अपनी पकड़ दिखाई. साल 2005 की फिल्म गरम मसाला में उन्होंने श्याम उर्फ सैम का रोल निभाया. अक्षय कुमार के साथ उनकी जोड़ी को दर्शकों ने खूब पसंद किया. फिल्म में जॉन की टाइमिंग और मासूम सी शरारत ने यह साबित कर दिया कि वह सिर्फ गंभीर किरदारों तक सीमित नहीं हैं. आज भी यह फिल्म दर्शकों को हंसी से लोटपोट कर देती है.
नो स्मोकिंग और गोल में अलग सोच
अनुराग कश्यप की नो स्मोकिंग में जॉन ने के नाम के एक चेन स्मोकर का किरदार निभाया. यह फिल्म भले ही बॉक्स ऑफिस पर सफल न रही हो लेकिन जॉन के अभिनय की जमकर सराहना हुई. वहीं गोल में उन्होंने सनी भसीन नाम के फुटबॉलर का रोल किया. खेल के प्रति उनका असली लगाव इस किरदार में साफ नजर आया. इन फिल्मों ने दिखाया कि जॉन जोखिम लेने से पीछे नहीं हटते.
दोस्ताना से मिली नई पहचान
दोस्ताना में कुणाल चौहान के रोल ने जॉन अब्राहम को नई पीढ़ी के दर्शकों से जोड़ा. फिल्म की कहानी और उनके लुक्स दोनों ही चर्चा में रहे. हल्के फुल्के अंदाज में निभाया गया यह किरदार उनके करियर के अहम पड़ावों में गिना जाता है. इस फिल्म के बाद जॉन सिर्फ एक्शन हीरो नहीं बल्कि ऑलराउंडर अभिनेता के रूप में पहचाने जाने लगे.
शूटआउट एट वडाला में खूंखार गैंगस्टर
मान्या सुर्वे का किरदार जॉन अब्राहम के करियर के सबसे दमदार रोल्स में से एक माना जाता है. शूटआउट एट वडाला में उन्होंने एक शिक्षित लेकिन बेरहम गैंगस्टर को जीवंत कर दिया. उनके लहजे और बॉडी लैंग्वेज ने दर्शकों को प्रभावित किया. इस फिल्म ने साबित कर दिया कि जॉन निगेटिव शेड्स वाले किरदारों में भी पूरी तरह फिट बैठते हैं.
न्यूयॉर्क और मद्रास कैफे में गंभीर अभिनय
न्यूयॉर्क में समीर शेख का किरदार भावनात्मक रूप से काफी मजबूत था. आतंकवाद के आरोप में फंसे एक आम इंसान की पीड़ा को जॉन ने गहराई से निभाया. वहीं मद्रास कैफे में भारतीय जासूस विक्रम सिंह के रोल ने उनके अभिनय को नई ऊंचाई दी. सच्ची घटनाओं से प्रेरित इस फिल्म में जॉन का संयमित और गंभीर अभिनय खूब सराहा गया.
बाटला हाउस और पठान में फिर दिखा दम
बाटला हाउस में एसीपी संजय कुमार के रूप में जॉन एक सख्त और ईमानदार पुलिस अफसर बने. असली घटना पर आधारित इस फिल्म में उनका किरदार भरोसेमंद लगा. वहीं पठान में जिम के रोल ने दर्शकों को चौंका दिया. पूर्व रॉ एजेंट से खतरनाक विलेन बने जॉन ने साबित किया कि वह आज भी बड़े पर्दे पर उतनी ही ताकत से खड़े हैं.