Ahmedabad Plane Crash: एयर इंडिया ने किया मृतकों और एक जीवित बजे शख्स के परिजनों को 25 लाख की अतिरिक्त सहायता देने का ऐलान

Published on: 14 Jun 2025 | Author: Sagar Bhardwaj
टाटा समूह के स्वामित्व वाली एयर इंडिया ने शनिवार को अहमदाबाद विमान हादसे में मारे गए लोगों के परिवारों और एकमात्र जीवित बचे व्यक्ति के लिए 25 लाख रुपये की अंतरिम मुआवजा राशि की घोषणा की. यह सहायता राशि पूर्व में घोषित किए गए 1-1 करोड़ की मुआवजा राशि से अतिरिक्त होगी और तत्काल वित्तीय जरूरतों को पूरा करने के लिए दी जाएगी.
क्या बोले एयर इंडिया के सीईओ
एयर इंडिया के सीईओ कैंपबेल विल्सन ने कहा, "एयर इंडिया का प्रबंधन दल शहर में मौजूद है. हम अहमदाबाद में तब तक रहेंगे, जब तक जरूरी होगा. तत्काल वित्तीय सहायता के लिए, एयर इंडिया मृतकों के प्रत्येक परिवार और जीवित बचे व्यक्ति को 25 लाख रुपये का अंतरिम भुगतान करेगी."
परिवारों को समर्थन और गोपनीयता की अपील
विल्सन ने बताया कि एयर इंडिया की टीमें अधिकारियों के साथ मिलकर पीड़ित परिवारों के साथ पुनर्मिलन प्रक्रिया में सहयोग कर रही हैं. उन्होंने इस भावनात्मक स्थिति को स्वीकार करते हुए कहा कि परिवारों को इस कठिन समय में गोपनीयता और स्थान दिया जाए. उन्होंने यह भी पुष्टि की कि नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) के निर्देशानुसार, एयर इंडिया अपने बोइंग 787 विमानों की सुरक्षा जांच पूरी कर रही है.
हादसे की जांच और मृतकों की संख्या
विमान का डेटा रिकॉर्डर बरामद कर लिया गया है और इसे आधिकारिक जांच में शामिल किया जाएगा. एयर इंडिया ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, "एयर इंडिया उन यात्रियों के परिवारों के साथ एकजुटता में खड़ी है, जिन्होंने इस त्रासदी में अपनी जान गंवाई. हमारी टीमें इस अत्यंत कठिन समय में हर संभव देखभाल और समर्थन प्रदान करने के लिए प्रयासरत हैं."
12 जून को लंदन जाने वाली एयर इंडिया की उड़ान AI171, एक बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर, अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से उड़ान भरने के कुछ ही क्षणों बाद बीजे मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल और कैंटीन परिसर में दुर्घटनाग्रस्त हो गई. शनिवार को मृतकों की संख्या बढ़कर 270 हो गई, जिसमें 242 यात्रियों और चालक दल में से केवल एक व्यक्ति जीवित बचा. जमीन पर 29 लोग, जिनमें पांच एमबीबीएस छात्र शामिल थे, मारे गए.
जांच और सरकारी कदम
फोरेंसिक टीमें और उड्डयन विशेषज्ञ मलबे की जांच कर रहे हैं. केंद्र सरकार ने इस आपदा के कारणों की जांच के लिए केंद्रीय गृह सचिव की अध्यक्षता में एक उच्च-स्तरीय, बहु-विषयक समिति गठित की है.