पीएम मोदी करेंगे G7 शिखर सम्मेलन में शिरकत, मार्क कार्नी के आमंत्रण को किया स्वीकार

Published on: 07 Jun 2025 | Author: Shilpa Srivastava
G7 Summit: कनाडा के प्रधानमंत्री मार्क कार्नी ने भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आगामी G7 शिखर सम्मेलन में आमंत्रित करने के लिए फोन किया. शिखर सम्मेलन कनाडा के अल्बर्टा के कनानास्किस में आठ दिनों में शुरू होगा. मोदी ने निमंत्रण स्वीकार कर लिया और कहा कि वह इस कार्यक्रम में पीएम कार्नी से मिलने के लिए उत्साहित हैं.
यह कॉल और इनवाइट एक सप्ताह की कंफ्यूजन के बाद आया है. पीएम मोदी के जी7 में जाने को लेकर काफी संशय बना हुआ था कि क्यो पीएम मोदी को आमंत्रित किया जाएगा. भारत G7 समूह का सदस्य नहीं है, लेकिन मोदी 2019 से नियमित रूप से शिखर सम्मेलन में भाग ले रहे हैं. निमंत्रण में देरी ने भारत में विपक्षी नेताओं से सवाल उठाए थे, जिन्होंने संकेत दिया था कि इस साल मोदी को बाहर रखा जा सकता है. हालांकि, आधिकारिक निमंत्रण ने अब स्थिति साफ कर दी है.
दोनों देशों में आपसी सम्मान:
पीएम मोदी ने कार्नी को उनकी हालिया चुनावी जीत पर बधाई दी और निमंत्रण के लिए उन्हें धन्यवाद दिया. उन्होंने सोशल मीडिया पर यह भी पोस्ट किया कि भारत और कनाडा, मजबूत लोकतंत्र के रूप में, आपसी सम्मान और समान लक्ष्यों के साथ मिलकर काम करेंगे.
सैन्य संघर्ष के बाद मोदी की पहली विदेश यात्रा:
पाकिस्तान के साथ सैन्य संघर्ष के बाद यह मोदी की पहली विदेश यात्रा होगी. उम्मीद है कि वो पाकिस्तान द्वारा आतंकवाद को दिए जा रहे समर्थन और भारत द्वारा ऐसे खतरों से खुद को बचाने के तरीकों के बारे में बात करेंगे. कनाडा सरकार ने एक संक्षिप्त बयान में कहा कि दोनों नेता कानून प्रवर्तन और सुरक्षा मुद्दों पर साथ मिलकर काम करना जारी रखने पर सहमत हुए हैं.
कनाडा और भारत अपने संबंधों को फिर से बनाने की कोशिश कर रहे हैं, जो पिछले साल बुरी तरह प्रभावित हुए थे. कनाडा के पूर्व प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने भारत पर कनाडा के नागरिक और खालिस्तान समर्थक हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में शामिल होने का आरोप लगाया था. भारत ने इस दावे का जोरदार खंडन किया. भारत को उम्मीद है कि कनाडा अब शिखर सम्मेलन के दौरान कड़ी सुरक्षा प्रदान करेगा और खालिस्तानी अलगाववादियों जैसे चरमपंथी समूहों के खिलाफ गंभीर कार्रवाई करेगा, जिन्होंने मोदी की यात्रा का विरोध किया है. मोदी ने आखिरी बार 2015 में कनाडा का दौरा किया था.