'आवाज नीचे रखो, अगर हाथ उठाया तो मैं सबक सिखाऊंगा', पुलिस पर चिल्लाने को लेकर शरद पवार के पोते रोहित पर केस दर्ज

Published on: 20 Jul 2025 | Author: Sagar Bhardwaj
मुंबई पुलिस ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार गुट) के विधायक रोहित पवार के खिलाफ सरकारी कार्य में बाधा डालने का मामला दर्ज किया है. यह घटना मुंबई के आजाद मैदान पुलिस स्टेशन पर शुक्रवार को हुई, जब रोहित पवार ने एक पुलिस सब-इंस्पेक्टर के साथ तीखी बहस की. इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसमें रोहित मराठी में चिल्लाते हुए कह रहे हैं, “आवाज नीचे रखो, आवाज नीचे रखो. अगर हाथ उठाया तो मैं सबक सिखाऊंगा.”
क्या था पूरा मामला
रिपोर्ट के अनुसार, रोहित पवार और एनसीपी (SP) विधायक जितेंद्र आव्हाड अपने घायल पार्टी कार्यकर्ता नितिन देशमुख की जानकारी लेने आजाद मैदान पुलिस स्टेशन गए थे. नितिन, जो आव्हाड के करीबी सहयोगी हैं, को महाराष्ट्र विधान भवन परिसर में बीजेपी विधान परिषद सदस्य गोपीचंद पडलकर के समर्थकों द्वारा कथित तौर पर हमला किया गया था. गुरुवार को दोनों पक्षों के समर्थकों के बीच हुई हिंसक झड़प के बाद, दोनों समूहों को विधान भवन में हिरासत में लिया गया और बाद में मरीन ड्राइव पुलिस को सौंप दिया गया.
Rohit Pawar, the grandnephew of Sharad Pawar, is seen threatening policemen on duty inside a police station.
— Rishi Bagree (@rishibagree) July 18, 2025
He barely won his MLA seat with 1500 votes.
This is exactly what happens when power gets into the wrong hands...pic.twitter.com/3vr3Ig0oBu
पुलिस स्टेशन में किया था हंगामा
नितिन देशमुख के ठिकाने के बारे में स्पष्ट जानकारी न मिलने पर रोहित पवार अपने समर्थकों के साथ पुलिस स्टेशन पहुंचे, जहां स्थिति तनावपूर्ण हो गई. वायरल वीडियो में रोहित सब-इंस्पेक्टर से उग्र होकर बात करते दिखे. बाद में वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को हस्तक्षेप करना पड़ा. रोहित ने विधान भवन में पत्रकारों से कहा, “हम केवल अपने सहयोगी के बारे में पूछने आए थे. पुलिस ने मदद करने के बजाय अस्पष्ट और टालमटोल जवाब दिए.”
आव्हाड का विरोध
जितेंद्र आव्हाड ने कथित तौर पर अपने समर्थक को पुलिस स्टेशन ले जाते समय पुलिस वाहन के सामने बैठकर विरोध किया. पुलिस के बार-बार अनुरोध के बावजूद जब वे नहीं हटे, तो उन्हें बलपूर्वक हटाया गया.