सरकारी कर्मचारी के घर से ढाई करोड़ की नगदी बरामद, छापा पड़ा तो खिड़की से फेंके नोटों के बंडल, सामने आया वीडियो

Published on: 01 Jun 2025 | Author: Garima Singh
Baikunthanath Sarangi: ओडिशा के भ्रष्टाचार विरोधी अभियान में सतर्कता विभाग ने एक और बड़ी कार्रवाई की है. ग्रामीण विकास विभाग के मुख्य अभियंता बैकुंठनाथ सारंगी को 15 करोड़ रुपये से अधिक की अनुपातहीन संपत्ति के मामले में गिरफ्तार किया गया. यह कार्रवाई उनकी सेवानिवृत्ति के दिन हुई, जब सतर्कता अधिकारियों ने उनके खिलाफ सबूत जुटाए. एक दिन पहले सारंगी को अपने पड़ोसी की छत पर 50 लाख रुपये नकद फेंकते हुए वीडियो में कैद किया गया था.
सतर्कता विभाग ने शुक्रवार को सारंगी के भुवनेश्वर और अन्य स्थानों पर तलाशी अभियान चलाया. इस दौरान उनकी संपत्तियों का खुलासा हुआ, जिसमें दो-दो मंजिला रिहायशी इमारतें, भुवनेश्वर और पुरी में दो फ्लैट, और भुवनेश्वर व अंगुल में सात महंगे प्लॉट शामिल हैं. तलाशी में 2,56,29,299 रुपये की नकदी बरामद हुई, जिसमें से 1,34,34,299 रुपये उनकी पत्नी के नाम पर थे. सतर्कता अधिकारी ने बताया, "सारंगी के पास आय से अधिक संपत्ति पाई गई, जो उनकी आय के ज्ञात स्रोतों से 483% अधिक थी.'
ओडिशा ग्रामीण निर्माण विभाग के Chief Engineer बैकुंठनाथ सारंगी के घर से Vigilance Dept द्वारा 2.51 करोड़ रुपये की नकदी, दो बहुमंजिला इमारतें, दो फ्लैट, सात आलीशान प्लॉट और करोड़ों के शेयर बरामद किए गए हैं।
— Dr. Sheetal yadav (@Sheetal2242) May 31, 2025
अब आप समझ गए होंगे कि सड़कें इतनी जल्दी क्यों टूट जाती हैं, पुल क्यों… pic.twitter.com/GdHOp3l4al
शेयर बाजार में निवेश किया खजाना
सारंगी ने शेयर बाजार में 2.7 करोड़ रुपये और बीमा व बैंकों में 1.5 करोड़ रुपये का निवेश किया था. सबसे चौंकाने वाली घटना तब हुई जब उन्होंने सतर्कता अधिकारियों को देखकर दुमदुमा इलाके में अपने घर की खिड़की से 50 लाख रुपये पड़ोसी की छत पर फेंक दिए. अधिकारियों को इस राशि को बरामद करने में कड़ी मेहनत करनी पड़ी.
ओडिशा ग्रामीण निर्माण विभाग के मुख्य अभियंता बैकुंठनाथ सारंगी के घर पर जब पुलिस ने छापा मारा तब,
— Dr. Sheetal yadav (@Sheetal2242) May 31, 2025
बैकुंठनाथ सारंगी ने करोड़ों रुपए घर की खिड़की से कूड़ेदान में फेंके।
यहां आम जनता से पॉपकॉर्न पर भी 18% लिया जा रहा है, नेता और सरकारी अधिकारी घूस लेकर और भ्रष्टाचार करके अपनी जेबें… pic.twitter.com/rfOXXNWbIo
कानूनी कार्रवाई और गिरफ्तारी
सारंगी पर भ्रष्टाचार निवारण (संशोधन) अधिनियम, 2018 की धारा 13(2), 13(1)(बी) और 12 के तहत मामला दर्ज किया गया। उन्हें एक विशेष अदालत में पेश किया गया, जहां उनकी जमानत याचिका खारिज कर दी गई और उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। सतर्कता विभाग के अनुसार, यह इस साल क्लास-1 अधिकारियों के खिलाफ 61वां मामला है।
असिस्टेंट इंजीनियर पर भी शिकंजा
इसी तरह, सतर्कता विभाग ने सहायक कार्यकारी अभियंता (सड़क और भवन प्रभाग-1) एन दिलीप कुमार चौधरी के खिलाफ भी कार्रवाई की. बरहामपुर और भुवनेश्वर में उनके ठिकानों पर छापेमारी में एक दो मंजिला इमारत, शहीद नगर में एक 3-बीएचके फ्लैट, धर्म नगर में एक 2-बीएचके फ्लैट, और बरहामपुर में 11 प्लॉट बरामद हुए. इसके अलावा, 28.53 लाख रुपये का बैंक बैलेंस और 10.11 लाख रुपये मूल्य के वाहन व घरेलू सामान भी जब्त किए गए.
भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्ती
ओडिशा में भ्रष्टाचार के खिलाफ सतर्कता विभाग की यह कार्रवाई भ्रष्ट अधिकारियों के लिए सख्त संदेश है. सारंगी, जिन्होंने 1991 में पंचायती राज विभाग में 2,000 रुपये मासिक वेतन पर अपने करियर की शुरुआत की थी, इस साल फरवरी में मुख्य अभियंता बने थे. उनकी संपत्ति की जांच से भ्रष्टाचार की गहरी जड़ें उजागर हुई हैं.