इजरायल का ईरान पर हमला अंतरराष्ट्रीय कानून का गंभीर उललंघन: चीन

Published on: 14 Jun 2025 | Author: Sagar Bhardwaj
चीन ने इजरायल द्वारा ईरान के परमाणु और सैन्य ठिकानों पर किए गए हालिया हमलों की कड़ी निंदा की है. चीन ने कहा कि ये हमले अंतरराष्ट्रीय कानून का गंभीर उल्लंघन हैं और ईरान की संप्रभुता को कमजोर करते हैं. यह बयान मध्य पूर्व में बढ़ते तनाव के बीच आया है, जहां इजरायल ने ईरान के परमाणु कार्यक्रम और सशस्त्र बलों को निशाना बनाया.
चीन के विदेश मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने कहा, "इजरायल ने अंतरराष्ट्रीय कानून का गंभीर उल्लंघन किया है और ईरान की संप्रभुता को कमजोर किया है." उन्होंने क्षेत्रीय शांति और स्थिरता बनाए रखने के लिए सभी पक्षों से संयम बरतने की अपील की.
हमलों का विवरण और प्रभाव
शुक्रवार को इजरायल ने ईरान के सैन्य और परमाणु सुविधाओं पर सटीक हमले किए, जिनमें कई वरिष्ठ ईरानी जनरल और रिवॉल्यूशनरी गार्ड्स की एयरोस्पेस डिवीजन के नेता मारे गए. ईरान के संयुक्त राष्ट्र राजदूत के अनुसार, इन हमलों में 78 लोग मारे गए और 320 से अधिक घायल हुए. जवाब में, ईरान ने शनिवार रात इजरायल पर मिसाइल हमले किए, जिससे क्षेत्रीय तनाव और बढ़ गया.
इजरायल ने दावा किया कि उसका हमला ईरान के परमाणु कार्यक्रम को रोकने के लिए था, जो उनके अनुसार "वापसी के बिंदु" के करीब था. हालांकि, चीन ने इस कार्रवाई को एकतरफा और गैरकानूनी बताया, जिससे वैश्विक कूटनीति में तनाव बढ़ सकता है.
वैश्विक चिंता और भविष्य
चीन की यह प्रतिक्रिया वैश्विक शक्तियों के बीच बढ़ते मतभेदों को दर्शाती है. होर्मुज जलडमरूमध्य जैसे महत्वपूर्ण तेल मार्गों पर खतरे के बीच, अंतरराष्ट्रीय समुदाय क्षेत्र में शांति स्थापित करने के लिए कूटनीतिक प्रयासों को तेज करने की मांग कर रहा है. विशेषज्ञों का मानना है कि यह स्थिति मध्य पूर्व में पहले से मौजूद अस्थिरता को और गहरा सकती है.
चीन ने सभी पक्षों से संयम और संवाद का रास्ता अपनाने का आह्वान किया है ताकि क्षेत्रीय और वैश्विक स्थिरता बनी रहे.