सीरिया पर हमले से भड़के ट्रंप के सलाहकार, नेतन्याहू को कहा 'पागल' और 'जिद्दी बच्चा

Published on: 20 Jul 2025 | Author: Kuldeep Sharma
मध्य-पूर्व में चल रहे संघर्ष के बीच अमेरिका और इजराइल के संबंधों में खटास देखने को मिली है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के नेतृत्व वाली सरकार ने इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की हाल की सैन्य कार्रवाइयों को लेकर कड़ा विरोध जताया है. व्हाइट हाउस के वरिष्ठ अधिकारियों ने खुलकर कहा कि नेतन्याहू के कदम न केवल असंवेदनशील हैं, बल्कि अमेरिका के कूटनीतिक प्रयासों को भी ठेस पहुँचा रहे हैं.
Axios की रिपोर्ट के मुताबिक, व्हाइट हाउस के भीतर नेतन्याहू के रवैये को लेकर भारी गुस्सा है. एक वरिष्ठ अमेरिकी अधिकारी ने नेतन्याहू को उनके उपनाम "बिबी" से संबोधित करते हुए कहा, "बिबी बिल्कुल पागलों जैसा बर्ताव कर रहा है, हर समय कुछ न कुछ बम गिरा रहा है." वहीं एक अन्य अधिकारी ने टिप्पणी की, "वो एक ऐसे बच्चे की तरह है जो कभी बात नहीं मानता." रिपोर्ट में बताया गया है कि छह वरिष्ठ अमेरिकी अधिकारियों ने इन कार्रवाइयों पर गंभीर चिंता जताई है. ट्रंप प्रशासन का मानना है कि अमेरिकी मध्यस्थता से हुई सीजफायर के बाद भी इजराइल द्वारा लगातार हमले करना बेहद चौंकाने वाला है.
सीरिया में टैंक काफिले पर हमला
गौरतलब है कि इजराइल ने हाल ही में सीरिया के सुवैदा शहर की ओर जा रहे सीरियाई सेना के टैंकों पर बमबारी की. ये काफिला ड्रूज़ मिलिशिया और बेडुइन जनजातियों के बीच चल रहे हिंसक संघर्ष की प्रतिक्रिया में भेजा गया था. इस झड़प में पहले ही 700 से अधिक लोगों की जान जा चुकी थी. इजराइल का दावा है कि ये टैंक एक ऐसे क्षेत्र में घुसे जो दक्षिणी सीरिया में ‘डिमिलिट्राइज्ड ज़ोन’ घोषित किया गया है. अमेरिका को इस कार्रवाई की जानकारी पहले से नहीं थी, जिससे ट्रंप प्रशासन हैरान और परेशान हो गया.
गाज़ा के चर्च पर हमले को माना ‘गलती’
इसी हफ्ते गाज़ा में एकमात्र कैथोलिक चर्च पर हुए इजराइली हमले को लेकर भी व्हाइट हाउस में रोष है. अमेरिकी प्रेस सचिव कैरोलिन लीविट ने बताया कि राष्ट्रपति ट्रंप ने इस विषय पर खुद नेतन्याहू से बात की. इस कॉल में नेतन्याहू ने स्वीकार किया कि यह हमला गलती से हुआ. व्हाइट हाउस ने इसे “गंभीर चूक” बताया और इस पर नाखुशी जताई. बाद में इजराइली प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से बयान जारी किया गया, जिसमें कहा गया कि "इजराइल इस घटना पर गहरा खेद व्यक्त करता है. यह एक त्रुटि थी और इसकी जांच की जा रही है. हम नागरिकों और धार्मिक स्थलों की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध हैं." इजराइल ने पोप लियो का भी आभार जताया, जिन्होंने इस मुश्किल समय में सांत्वना के शब्द कहे.