रोज़ 3 अंडे खाने से शरीर में क्या चमत्कारी बदलाव आते हैं? जानकर रह जाएंगे दंग!

Published on: 19 Jul 2025 | Author: Kuldeep Sharma
अंडे को एक सस्ता और पोषक तत्वों से भरपूर प्रोटीन स्रोत माना जाता है. इसमें मौजूद आवश्यक अमीनो एसिड, विटामिन, मिनरल्स और हेल्दी फैट्स शरीर के लिए बेहद फायदेमंद होते हैं. हालांकि, विशेषज्ञों के अनुसार, अगर इन्हें ज़रूरत से ज़्यादा खाया जाए, तो यह स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकते हैं. आइए जानते हैं रोज़ तीन अंडे खाने से शरीर पर क्या असर पड़ता है.
कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल की चीफ डायटीशियन प्रतीक्षा कदम के मुताबिक, अंडे में नौ आवश्यक अमीनो एसिड होते हैं, जो मांसपेशियों को बनाने और ठीक करने के लिए जरूरी हैं. अंडे विटामिन B12, कोलीन और ल्यूटिन जैसे पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं, जो मस्तिष्क और आंखों की सेहत के लिए अच्छे माने जाते हैं. इसके अलावा, अंडे खाने से लंबे समय तक भूख नहीं लगती, जिससे वजन नियंत्रित रखने में मदद मिलती है.
फिटेलो के क्लीनिकल डायटीशियन उमंग मल्होत्रा बताते हैं कि एक बड़ा अंडा लगभग 6 से 7 ग्राम हाई-क्वालिटी प्रोटीन देता है, जिसका अमीनो एसिड स्कोर 1.0 होता है, जो सर्वोच्च स्तर है. अंडे का सफेद भाग (एल्ब्यूमिन) अधिकतर प्रोटीन से भरपूर होता है, जबकि पीले भाग (योल्क) में वसा, विटामिन A, D, E, B12 और कोलीन पाए जाते हैं.
क्या तीन अंडे रोज़ाना खाना काफी है?
अगर आप दिन में सिर्फ तीन अंडे खाते हैं, तो आपको लगभग 18 से 21 ग्राम प्रोटीन मिलता है. प्रतीक्षा कदम का कहना है कि शरीर की कार्यक्षमता बनाए रखने और व्यायाम के बाद रिकवरी के लिए कम से कम 30 ग्राम प्रोटीन जरूरी होता है, खासकर सुबह के नाश्ते में. उन्होंने बताया कि रोजाना 40–50 ग्राम प्रोटीन ब्रेकफास्ट में शामिल करना बेहतर होता है.
अगर अंडे ही प्रोटीन का एकमात्र स्रोत हैं और अन्य भोजन समूहों से परहेज किया जा रहा है, तो इससे पोषक तत्वों की कमी हो सकती है. यानी सिर्फ अंडों पर निर्भर रहना पोषण की दृष्टि से संतुलित नहीं माना जा सकता.
ज़रूरत से ज़्यादा अंडे खाने के नुकसान
एक अंडे में लगभग 186 मिलीग्राम कोलेस्ट्रॉल होता है. अगर कोई व्यक्ति इससे ज्यादा मात्रा में अंडे खाता है, तो इसका असर दिल की सेहत पर पड़ सकता है, खासकर उन लोगों के लिए जो पहले से ही हृदय संबंधी बीमारियों से जूझ रहे हैं. अगर अंडे को बटर या तेल में फ्राई किया जाए, तो उनमें और भी अधिक एलडीएल (खराब कोलेस्ट्रॉल) बढ़ जाता है.
कदम ने यह भी बताया कि अधिक प्रोटीन लेने से किडनी पर भी दबाव पड़ता है और कुछ लोगों को ब्लोटिंग या पाचन से जुड़ी दिक्कतें हो सकती हैं. विशेषज्ञों का सुझाव है कि किसी भी डाइट प्लान से पहले एक न्यूट्रिशन एक्सपर्ट से सलाह लेना जरूरी है, ताकि आपकी दैनिक प्रोटीन ज़रूरत सही तरीके से पूरी हो सके.