TNPL में आर अश्विन पर लगा बॉल टेंपरिंग का आरोप, फ्रेंचाइजी ने मांगे सबूत

Published on: 17 Jun 2025 | Author: Gyanendra Sharma
भारत के पूर्व दिग्गज स्पिनर अश्विन पर तमिलनाडु प्रीमियर लीग में बॉल टेंपरिंग का आरोप लगा है. मदुरै पैंथर्स टीम ने उनपर ये आरोप लगाया है. अब अश्विन और उनकी टीम डिंडीगुल ड्रैगन्स इसके सबूत मांगे हैं. मदुरै फ्रैंचाइज़ी ने आरोप लगाया है कि गत चैंपियन ने रसायनों से उपचारित तौलिये का इस्तेमाल किया, जिसके परिणामस्वरूप गेंद भारी हो गई और बल्ले के संपर्क में आने पर धातु जैसी आवाज़ आई.
आरोपों के गंभीर होने के कारण टीएनपीएल के सीईओ प्रसन्ना कन्नन ने फ्रेंचाइजी से घटना के सबूत दिखाने को कहा है. प्रसन्ना ने कहा, उन्होंने शिकायत दर्ज कराई है, जिसे हमने स्वीकार कर लिया है. हालांकि खेल के 24 घंटे के भीतर कोई भी शिकायत दर्ज करानी होती है, फिर भी हमने हमने इसे स्वीकार किया है. अगर हमें लगता है कि उनके आरोपों में कोई सच्चाई है तो हम एक स्वतंत्र समिति का गठन करेंगे. बिना पर्याप्त सबूत के किसी खिलाड़ी और दूसरी फ्रैंचाइज़ के खिलाफ़ ऐसे आरोप लगाना गलत है. अगर वे कोई सबूत नहीं देते हैं, तो मदुरै को उचित दंड का सामना करना पड़ेगा.
टीएनपीएल को लिखे पत्र में मदुरै फ्रैंचाइज़ के सीओओ एस महेश ने कहा कि डिंडीगुल ड्रैगन्स के खिलाफ़ हमारे हालिया मैच के दौरान बॉल टैम्परिंग का गंभीर मामला सामने आया. बार-बार चेतावनी दिए जाने के बावजूद, डिंडीगुल की टीम ने गेंद के साथ खुलेआम छेड़छाड़ की, उन्होंने ऐसे तौलिये का इस्तेमाल किया जो रसायनों से उपचारित लग रहे थे.
टूर्नामेंट के मानसून के मौसम के साथ होने के कारण, मैच बारिश के कारण बाधित हुए हैं. सलेम में हुई हल्की बारिश के कारण मैच कुछ देरी से शुरू हुआ जिसके बाद मदुरै ने पहले बल्लेबाजी की और 20 ओवर में 150/8 रन बनाए, जिसे डिंडीगुल ने 12.3 ओवर में 9 विकेट रहते हासिल कर लिया. अश्विन ने ओपनर के तौर पर 49 रन बनाए.
यह समझा जाता है कि गीली आउटफील्ड की स्थिति को ध्यान में रखते हुए तमिलनाडु क्रिकेट एसोसिएशन प्रत्येक फ्रैंचाइज़ को तौलिया प्रदान करता है और खिलाड़ियों को केवल अंपायरों के सामने गेंद को सुखाने के लिए इसका उपयोग करने की अनुमति है. कन्नन ने कहा, उन्हें केवल टीएनपीएल द्वारा प्रदान किए गए तौलिये का उपयोग करके गेंद को सुखाना होता है. और हर बार जब गेंद पर छक्का लगता है या आउट होने और ओवर-ब्रेक के तुरंत बाद अंपायर नियमित रूप से गेंद की जांच करते हैं.