साउथ अफ्रीका और बांग्लादेश के खिलाड़ियों में बीच मैदान में हुई लड़ाई, हेलमेट खींचा और फिर मारने के लिए उठाया बल्ला, देखें वीडियो

Published on: 29 May 2025 | Author: Praveen Kumar Mishra
South Africa vs Bangladesh: ढाका में खेले जा रहे इमर्जिंग टींस चार दिवसीय क्रिकेट मैच में साउथ अफ्रीका और बांग्लादेश के खिलाड़ियों के बीच मैदान पर तीखी झड़प हो गई. यह घटना उस समय हुई जब बांग्लादेश की बल्लेबाजी चल रही थी और साउथ अफ्रीका गेंदबाजी कर रहा था. दोनों टीमों के खिलाड़ी आपस में भिड़ गए, जिसके बाद मैदान पर हंगामा मच गया.
यह विवाद बांग्लादेश के 22 वर्षीय बल्लेबाज रिपन मंडल और साउथ अफ्रीका के 29 वर्षीय तेज गेंदबाज त्शेपो नतुली के बीच शुरू हुआ. इस झड़प में अन्य खिलाड़ी भी शामिल हो गए, जिससे मामला और बिगड़ गया.
जानें क्यों शुरु हुई मारपीट
मामला तब शुरू हुआ जब रिपन मंडल ने त्शेपो नतुली की गेंद पर सीधा छक्का जड़ा. इसके बाद दोनों के बीच तीखी नजरें टकराईं. रिपन जब अपने बल्लेबाजी साथी की ओर बढ़े, तभी नतुली ने उन पर हमला कर दिया. पहले दोनों के बीच धक्का-मुक्की हुई, लेकिन बात जल्दी ही बढ़ गई. नतुली ने रिपन का हेलमेट कई बार खींचा, जबकि अंपायर कमरुज्जमां ने बीच-बचाव की कोशिश की. साउथ अफ्रीका के कुछ अन्य खिलाड़ी भी इस झड़प में शामिल हो गए.
गेंद फेंकने का विवाद
झड़प के कुछ गेंदों बाद नतुली ने एक और हरकत की. उन्होंने गेंद फेंकने के बाद रिपन की ओर गेंद उछाल दी, जिसे रिपन ने किसी तरह बचाया. इस घटना ने मैदान पर तनाव को और बढ़ा दिया.
Meanwhile BCCI is busy in banning player for their celebration 😭 pic.twitter.com/RMquTf9oal
— Haider (@was_Beingkohlii) May 29, 2025
कमेंटेटर ने जताई नाराजगी
मैच के दौरान कमेंट्री कर रहे नबील कैसर ने इस घटना पर कड़ा रुख अपनाया. उन्होंने कहा, "यह बहुत ही गलत है और अस्वीकार्य है. क्रिकेट मैदान पर अक्सर मौखिक बहस देखने को मिलती है, लेकिन इस तरह की मारपीट बहुत कम होती है. नतुली ने रिपन के हेलमेट पर हमला किया, जो बिल्कुल गलत है."
क्या होगी कार्रवाई?
फिलहाल इस मामले में तुरंत कोई कार्रवाई नहीं की गई है. हालांकि, अंपायर इस घटना की आधिकारिक रिपोर्ट दाखिल करने की तैयारी कर रहे हैं. रिपोर्ट के आधार पर बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (बीसीबी) और क्रिकेट साउथ अफ्रीका (सीएसए) इस पर फैसला लेंगे. मैच रेफरी दोनों बोर्ड को अपनी रिपोर्ट सौंपेंगे, जिसके बाद खिलाड़ियों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई हो सकती है.