राजस्थान में ब्लैकमेलिंग कांड: अश्लील वीडियो बनाकर कारोबारी से की 10 करोड़ की मांग, चार इनामी बदमाश गिरफ्तार
Published on: 18 Dec 2025 | Author: Kuldeep Sharma
राजस्थान के कोटपूतली क्षेत्र में सामने आया ब्लैकमेलिंग का मामला न केवल सनसनीखेज है, बल्कि संगठित अपराध की गंभीरता भी दिखाता है. एक प्रॉपर्टी कारोबारी को दिनदहाड़े अगवा कर अश्लील वीडियो बनाकर 10 करोड़ रुपये की फिरौती मांगी गई.
पीड़ित को जान से मारने की धमकी दी गई और डराने के लिए फायरिंग तक की गई. पुलिस की सक्रियता से चार इनामी आरोपियों की गिरफ्तारी संभव हो सकी.
दिनदहाड़े अपहरण की साजिश
घटना 12 दिसंबर की सुबह की है, जब प्रॉपर्टी कारोबारी कैलाश विजयवर्गीय पूजा के लिए घर से निकले थे. तभी सफेद कार में सवार चार नकाबपोश बदमाशों ने उन्हें जबरन उठा लिया. कारोबारी को सुंदरपुरा के पास एक सुनसान और खंडहरनुमा तिबारे में ले जाया गया. वहां आरोपियों ने पहले से तय योजना के तहत उसे मानसिक और शारीरिक रूप से डराने की कोशिश की.
अश्लील वीडियो और 10 करोड़ की मांग
तिबारे में एक महिला की मौजूदगी में कारोबारी पर जबरन अवैध संबंध बनाने का दबाव डाला गया. विरोध करने पर मारपीट की गई और दहशत फैलाने के लिए फायर भी किया गया. इसी दौरान कारोबारी का अश्लील वीडियो बनाया गया. बदमाशों ने वीडियो सार्वजनिक करने की धमकी देते हुए 10 करोड़ रुपये की फिरौती मांगी और रकम जुटाने के लिए कुछ समय दिया.
नाकाबंदी से बची पीड़ित की जान
फिरौती के लिए समय देने के बाद आरोपी कारोबारी को दूसरे स्थान पर छोड़ने ले जा रहे थे. इसी बीच इलाके में पुलिस की नाकाबंदी देखकर बदमाश घबरा गए. हालात बिगड़ते देख उन्होंने कारोबारी को रास्ते में छोड़ दिया और फरार हो गए. पीड़ित ने तुरंत पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद मामला दर्ज कर जांच तेज कर दी गई.
पुलिस टीमों की रणनीतिक कार्रवाई
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक देवेन्द्र कुमार बिश्नोई के निर्देश पर विशेष टीमें गठित की गईं. अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नाजिम अली और उप अधीक्षक राजेन्द्र बुरड़क के नेतृत्व में तकनीकी साक्ष्य, कॉल डिटेल्स और मुखबिर तंत्र का इस्तेमाल किया गया. लगातार दबिश के बाद चारों आरोपियों की पहचान सुनिश्चित हुई.
चार इनामी आरोपी गिरफ्तार
पुलिस ने विकास उर्फ विक्का गुर्जर, संदीप उर्फ धोलाराम गुर्जर, कृष्ण गुर्जर और शेरसिंह राजपूत को अलग-अलग स्थानों से गिरफ्तार किया. सभी की उम्र 22 से 25 वर्ष के बीच है. इन पर 10-10 हजार रुपये का इनाम घोषित था. गिरफ्तारी के बाद कस्बे में आरोपियों की परेड कराई गई, ताकि अपराध के खिलाफ सख्त संदेश दिया जा सके. पुलिस अब पूरे नेटवर्क की गहराई से जांच कर रही है.