मरने के 24 मिनट बाद जिंदा होकर वापस लौटी महिला, हैरान कर देगी पूरी कहानी

Published on: 06 Jun 2025 | Author: Gyanendra Tiwari
मौत के बाद क्या होता है? यह सवाल सदियों से इंसानों को हैरान करता रहा है. जब दिल की धड़कन रुक जाती है और शरीर बेजान हो जाता है, तो क्या सब खत्म हो जाता है? स्पेन के अंडालूसिया की 50 वर्षीय पत्रकार और समाजशास्त्री टेसा रोमेरो की कहानी इस सवाल को एक नया मोड़ देती है. 24 मिनट तक मृत घोषित होने के बाद टेसा जिंदा लौटीं और उनकी कहानी हर किसी को हैरान कर रही है.
टेसा का दिन आम था. वह अपनी बेटियों को स्कूल छोड़ने जा रही थीं. सुबह की सामान्य हलचल के बीच अचानक वह बेहोश होकर गिर पड़ीं. उनका दिल रुक गया और सांसें थम गईं. डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. अगले 24 मिनट तक मेडिकल स्टाफ ने उन्हें बचाने की हरसंभव कोशिश की. लेकिन इस दौरान टेसा का दावा है कि वह एक ऐसी दुनिया में पहुंच गई थीं, जहां दर्द, समय और दुख जैसी चीजें नहीं थीं.
दूसरी दुनिया का अनुभव
टेसा ने अपनी इस अनुभूति को एक किताब में बयां किया है. उन्होंने बताया कि वह एक ऐसी जगह पहुंची थीं, जहां शांति और स्पष्टता थी. "मुझे ऐसा लगा जैसे मेरे कंधों से कोई भारी बोझ हट गया हो," उन्होंने लिखा. टेसा ने बताया कि वह एक इमारत के ऊपर मंडरा रही थीं और नीचे अपना शरीर देख रही थीं. "मुझे नहीं पता था कि मैं मर चुकी हूं. मैं जीवित महसूस कर रही थी, लेकिन मेरे आसपास के लोग मुझे देख नहीं पा रहे थे."
इस अनुभव से पहले टेसा ऐसी घटनाओं पर यकीन नहीं करती थीं, लेकिन अब वह पक्के तौर पर मानती हैं कि यह सब सच था. उन्होंने कहा, "वह दुनिया बिल्कुल अलग थी. समय धीरे-धीरे चल रहा था और हर चीज का गहरा मतलब था." इस अनुभव ने टेसा के डर को शांति में बदल दिया. "मुझे अब मौत से डर नहीं लगता. यह अंत नहीं, बल्कि एक नई शुरुआत है."
बीमारी और भावनात्मक दर्द
टेसा उस समय एक दुर्लभ बीमारी से जूझ रही थीं. कई मेडिकल जांच के बावजूद उनकी बीमारी का कारण नहीं पता चला. कुछ डॉक्टरों का मानना था कि उनके भावनात्मक तनाव ने शारीरिक रूप ले लिया था. टेसा ने बताया, "मैं अपनी जिंदगी के सबसे मुश्किल दौर से गुजर रही थी. मेरे दबाए हुए भावनात्मक दर्द ने मेरे शरीर को प्रभावित करना शुरू कर दिया था."
जीवन में आया बदलाव
24 मिनट बाद जब टेसा जिंदा लौटीं, तो उनकी जिंदगी पूरी तरह बदल गई. उन्होंने कहा, "पहले मैं मरने से डरती थी, लेकिन अब मुझे पता है कि यह एक शांतिपूर्ण बदलाव है." इस अनुभव ने उन्हें हर दिन को नए उत्साह और शांति के साथ जीने की प्रेरणा दी. टेसा अब मानती हैं कि हम कभी अकेले नहीं होते, और यही उनकी सबसे बड़ी ताकत है.