AI अगले पांच वर्षों में खा जाएगा 80% नौकरियां, भविष्य सुरक्षित करने के लिए अरबपति बिजनेसमैन विनोद खोसला ने छात्रों को दी ये सलाह

Published on: 03 Aug 2025 | Author: Km Jaya
सिलिकॉन वैली के दिग्गज और अरबपति उद्यम पूंजीपति विनोद खोसला ने हाल ही में ज़ेरोधा के सह-संस्थापक निखिल कामथ के साथ 'WTF' पॉडकास्ट में कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) के भविष्य पर चर्चा की. उन्होंने भविष्यवाणी की कि अगले पांच वर्षों में एआई 80% नौकरियों पर कब्जा कर सकता है. हालांकि यह चिंताजनक लगता है, खोसला का मानना है कि यह तकनीक नए अवसर भी पैदा करेगी.
इंसान का 80% काम AI कर लेगा
खोसला ने पहले भी एक अन्य पॉडकास्ट में कहा था, “अगले पांच वर्षों में, कोई भी आर्थिक रूप से मूल्यवान नौकरी जो इंसान कर सकते हैं, उसका 80% हिस्सा एआई कर लेगा.” उन्होंने यह भी दावा किया कि 2040 तक, “काम करने की जरूरत खत्म हो जाएगी. लोग काम करेंगे क्योंकि वे चाहते हैं, न कि इसलिए कि उन्हें बंधक का भुगतान करना है.” यह बयान फॉर्च्यून द्वारा उद्धृत किया गया था. उन्होंने कामथ के साथ बातचीत में कहा, “यह मानवता के सबसे बड़े बदलावों में से एक होगा. आज आप जो नौकरियां देख रहे हैं, उनमें से अधिकांश स्वचालित हो जाएंगी, लेकिन नए काम करने के लिए बहुत कुछ होगा.”
स्टार्टअप के लिए खोसला ने दी सलाह
खोसला ने युवा उद्यमियों को सलाह दी, “ऐसी समस्या चुनें जिसे हल करना वाकई में मूल्यवान हो.” उन्होंने कहा, “ज्यादातर लोग ऐसा कुछ करते हैं जो व्यवसाय जैसा दिखता है. मैं कहता हूं, ऐसा कुछ करें जो सपने जैसा लगे.” एआई के युग में, जहां कार्यान्वयन आसान होगा, असली मूल्य बड़े और साहसिक विचारों में होगा.
सामान्यवादी बनें, एक्सपर्ट नहीं
जब कामथ ने पूछा कि क्या छात्रों को विशेषज्ञता हासिल करनी चाहिए या व्यापक दृष्टिकोण अपनाना चाहिए, खोसला ने जवाब दिया, “सामान्यवादी बनें. एआई संकीर्ण, विशेषज्ञ कार्यों को आपसे बेहतर करेगा.” उनकी राय में, जिज्ञासा और अनुकूलन क्षमता अगले दशक की सबसे बड़ी ताकत होगी.
मुफ्त शिक्षा और स्वास्थ्य सेवा
खोसला ने भविष्यवाणी की कि अगले 25 वर्षों में एआई शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं को इतना सस्ता कर देगा कि वे लगभग मुफ्त हो जाएंगी. उन्होंने कहा, “कल्पना करें कि एक ऐसी दुनिया जहां आपको सर्वश्रेष्ठ डॉक्टर जैसी मुफ्त चिकित्सा सलाह और सर्वश्रेष्ठ शिक्षक जैसी मुफ्त शिक्षा मिले.” उन्होंने जोर देकर कहा कि एआई असंभव को संभव बनाएगा.
छोटे शहरों के लिए अवसर
खोसला का मानना है कि एआई अवसरों को विकेंद्रीकृत करेगा. उन्होंने कामथ से कहा, “एआई बड़े शहरों से परे अवसरों को फैलाएगा. छोटे शहर, जिन्हें पहले नेटवर्क या शिक्षा तक पहुंच नहीं थी, वे बहुत लाभान्वित होंगे.” यह तकनीक छोटे शहरों और साहसी विचारकों के लिए अभूतपूर्व अवसर ला सकती है.