Partho Ghosh Death: फिल्म इंडस्ट्री में शोक की लहर, दिल का दौरा पड़ने से दिग्गज फिल्म निर्माता पार्थो घोष का निधन

Published on: 09 Jun 2025 | Author: Antima Pal
Partho Ghosh Death: हिंदी सिनेमा ने अपने एक और नायाब सितारे को खो दिया. मशहूर फिल्म निर्माता और निर्देशक पार्थो घोष का 9 जून 2025 को मुंबई में दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया. 75 साल की उम्र में दुनिया को अलविदा कहने वाले पार्थो घोष 90 के दशक की अपनी शानदार फिल्मों के लिए हमेशा याद किए जाएंगे. उनकी फिल्मों में नाना पाटेकर, मनीषा कोइराला और जैकी श्रॉफ जैसे दिग्गज सितारों ने काम किया, जिन्होंने उनके निर्देशन में कई यादगार किरदार निभाए. उनके निधन की खबर से फिल्म इंडस्ट्री में शोक की लहर दौड़ गई है.
दिल का दौरा पड़ने से दिग्गज फिल्म निर्माता पार्थो घोष का निधन
पार्थो घोष ने अपने करियर की शुरुआत 1980 के दशक में बतौर सहायक निर्देशक की थी. लेकिन उन्हें असली पहचान 1991 में फिल्म '100 डेज' से मिली. इस सस्पेंस थ्रिलर में जैकी श्रॉफ और माधुरी दीक्षित की जोड़ी ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया. तमिल फिल्म 'नूरवथु नाल' का रीमेक होते हुए भी पार्थो ने इसे अपने अनोखे अंदाज में पेश किया, जिसे खूब सराहना मिली. इसके बाद 1993 में आई उनकी फिल्म 'दलाल' ने बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचा दिया. मिथुन चक्रवर्ती और आयशा जुल्का अभिनीत यह फिल्म उस साल की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्मों में से एक थी.
'अग्नि साक्षी' ने जीते कई अवार्ड
पार्थो घोष की सबसे बड़ी उपलब्धि थी 1996 में रिलीज हुई फिल्म 'अग्नि साक्षी', नाना पाटेकर, मनीषा कोइराला और जैकी श्रॉफ की तिकड़ी ने इस साइकोलॉजिकल थ्रिलर को ऐतिहासिक बना दिया. फिल्म की कहानी अभिनय और पार्थो का निर्देशन हर तरफ छा गया. इस फिल्म ने कई पुरस्कार जीते और मनीषा कोइराला को बेस्ट एक्ट्रेस का फिल्मफेयर अवॉर्ड भी दिलाया. पार्थो की कहानी कहने की कला और किरदारों को गहराई देने का हुनर उनकी हर फिल्म में दिखाई देता था. उनकी कई फिल्मों में 'युगपुरुष' और 'चेतना: द एक्साइटमेंट' शामिल हैं, जिन्होंने दर्शकों को अलग-अलग जॉनर में मनोरंजन दिया.
इंडस्ट्री में छाया मातम
पार्थो घोष के निधन की खबर ने उनके सहयोगियों और फैंस को गहरा सदमा पहुंचाया है. नाना पाटेकर ने अपने शोक संदेश में कहा, "पार्थो जी के साथ काम करना मेरे लिए सम्मान की बात थी. उनकी फिल्में हमेशा जिंदा रहेंगी." मनीषा कोइराला ने भी सोशल मीडिया पर लिखा, "उनके बिना 'अग्नि साक्षी' संभव नहीं थी. उनकी कमी हमेशा खलेगी." जैकी श्रॉफ ने भी उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए कहा, "पार्थो जी ने हमें ऐसी कहानियां दीं जो दिल को छू गईं." सोशल मीडिया पर फैंस ने उनके योगदान को याद करते हुए उन्हें सच्चा सिनेमाई जादूगर बताया.
परिवार और करीबी दोस्तों की मौजूदगी में किया गया अंतिम संस्कार
पार्थो घोष का अंतिम संस्कार मुंबई में उनके परिवार और करीबी दोस्तों की मौजूदगी में किया गया. उनकी पत्नी और बेटी ने इस मुश्किल वक्त में सभी से निजता की गुजारिश की है. फिल्म इंडस्ट्री और फैंस उनके सम्मान में लगातार श्रद्धांजलि दे रहे हैं. पार्थो घोष भले ही आज हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनकी फिल्में और उनकी कहानियां हमेशा दर्शकों के दिलों में जिंदा रहेंगी. उनके बनाए सिनेमाई जादू को कोई नहीं भूल सकता है.