PM मोदी 3.0 के एक साल, जानें तीसरे कार्यकाल की पहली पारी की बड़ी बातें

Published on: 08 Jun 2025 | Author: Shanu Sharma
PM Modi 3.0: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 9 जून 2025 को अपने तीसरे कार्यकाल का पहला साल पूरा करने जा रहे हैं. वहीं अब तक के कार्यकाल की बात करें तो सोमवार को पीएम मोदी का 11वां साल पूरा हो जाएगा. ऐसे में जनता के लिए पिछले एक साल का रिकॉर्ड देखना और समझना जरूरी है.
भारत के लिए साल 2024-25 काफी खास रहा. इस दौरान देश में काफी चीजें हुईं और इन सभी के बारे में एक साथ बता पाना संभव नहीं है. इसलिए आज हम केवल उन 10 महत्वपूर्ण बिंदुओं के बारे में बात करेंगे, जो पीएम मोदी के तीसरे कार्यकाल के पहले साल को मुख्य रूप से दर्शाते हैं.
महाराष्ट्र, दिल्ली और हरियाणा में विजयी
नरेंद्र मोदी ने 9 जून 2024 को तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ली थी. हालांकि इस चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को वैसी सफलता नहीं मिल पाई जैसी पार्टी ने अनुमान लगाया था. लेकिन एनडीए की मदद से (मुख्य रूप से चंद्रबाबू नायडू और नीतीश कुमार) नरेंद्र मोदी ने तीसरी बार पीएम पद की शपथ ली. लोकसभा चुनाव के बाद विधानसभा चुनावों में बीजेपी का जादू देखने को मिला. हरियाणा और महाराष्ट्र में बंपर जीत हासिल करने के बाद बीजेपी ने राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में अपनी वापसी पक्की कर ली. इसके बाद कई जगह उपचुनावों में भी सफलता मिली. आने वाले समय में बिहार में विधानसभा चुनाव होना है, जिसकी तैयारी जारी है.
भारत को मिली आर्थिक मजबूती
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश को आर्थिक मजबूती मिली है. भारत अब अमेरिका, चीन और जर्मनी के बाद दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है. भारत विदेश के अपने व्यापार समझौते को सही करने में जुटा है, जिसके तहत ब्रिटेन के साथ FTA समझौता किया गया, जिसका उद्देश्य 2030 तक दोनों देशों के द्विपक्षीय व्यापार को 120 बिलियन डॉलर तक बढ़ाना है. कुल मिलाकर इस बार भारत अपनी आर्थिक स्थिति मजबूत करने के लिए पूरी तरह तैयार है.
ऑपरेशन सिंदूर ने बताया भारत की ताकत
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने न केवल अपनी ताकत बल्कि अपनी इंसानियत भी पूरी दुनिया को दिखाया है. पाकिस्तान समर्थित आतंकवादियों ने जिस तरह से मासूमों को धर्म के नाम पर निशाना बनाया है, उसके बदले भारतीय सेना ने केवल आतंकवादियों को निशाना बनाया है. भारत की ओर से किए गए ऑपरेशन सिंदूर के तहत किसी भी मासूम को निशाना नहीं बनाया गया, बल्कि केवल आतंकवाद को जवाब दिया गया है. भारत की यह नीति साफ दर्शाती है कि भारत किसी भी मासूम की जान लेने की मंशा नहीं रखता है.
दूसरे देशों के साथ संबंध
प्रधानमंत्री सत्ता में आते ही सबसे पहले भारत का प्रतिनिधित्व करने के लिए दुनिया के अलग-अलग देशों में भ्रमण किए थे. वहां जाकर उन्होंने सभी देशों को बताया था कि भारत अब काफी बदल चुका है. अपने पहले कार्यकाल से लेकर अभी तक पीएम मोदी ने विदेशों के साथ अपने रिश्ते को काफी मजबूत रखा है. चाहे वो भारत का पुराना दोस्त रूस हो या फिर भारत का नया दुश्मन बांग्लादेश. गलवान झड़प के बाद 2020 में भारत-चीन के रिश्ते में तनाव देखने को मिला था. हालांकि इस बार सीमा गश्त समझौते के तहत दोनों देशों ने फिर से शांति बना ली.
इस फैसले के बाद से भारतीय यात्री मानसरोवर यात्रा के लिए जा रहे हैं. इसके अलावा भारत अमेरिका के साथ भी अपने रिश्ते को सम्मानजनक तरीके से बनाए रखा है. हालांकि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के आने के बाद दोनों देशों के बीच व्यापार को लेकर मन-मुटाव देखने को मिला, लेकिन भारत इस मुद्दे पर भी लगातार बात करके इसे संभालने की कोशिश कर रहा है.
इंफ्रास्ट्रक्चर को दिया बढ़ावा
पीएम मोदी ने अपने तीसरे कार्यकाल के पहले साल में इतिहास रच दिया है. इंफ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में मोदी सरकार ने वह कर दिखाया, जिसका हर भारतीय को इंतजार था. उज्जैन, काशी विश्वनाथ, केदारनाथ, अयोध्या से लेकर कश्मीर तक इंफ्रास्ट्रक्चर को खास बढ़ावा मिला है. कश्मीर की घाटी को रेल मार्ग से जोड़ दिया गया है. कश्मीर घाटी में चिनाब पुल के साथ-साथ अंजी रेल ब्रिज और उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेल लिंक का उद्घाटन हो चुका है, जिससे कश्मीर की कनेक्टिविटी और भी ज्यादा बढ़ने की उम्मीद है. हालांकि लोगों में बढ़ती महंगाई को लेकर थोड़ी चिंता है.