Kashmir Tourist Places Closed: पहलगाम हमले के बाद अलर्ट मोड, कश्मीर के 48 टूरिस्ट स्पॉट्स बंद

Published on: 29 Apr 2025 | Author: Ritu Sharma
Kashmir Tourist Places Closed: पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने सुरक्षा के मद्देनजर बड़ा कदम उठाया है. खुफिया एजेंसियों की चेतावनी के बाद घाटी में 87 में से 48 प्रमुख पर्यटन स्थलों को तत्काल प्रभाव से बंद कर दिया गया है. बताया जा रहा है कि इन इलाकों में आतंकी गतिविधियों की आशंका जताई गई है.
ये हैं बंद किए गए प्रमुख पर्यटन स्थल
बता दें कि जिन पर्यटन स्थलों को बंद किया गया है उनमें यूसमर्ग, टौसीमैदान, डूडपथरी, अहर्बल, काउसरनाग, बंगस, कड़ीवान डाइवर चंडीगाम, बंगस वैली, वुलर/वाटलाब, रामपोरा, राजपोरा, चेअरहार, मुंडी-हम्माम-मार्कूट वॉटरफॉल, खंपू, बोस्निया, विजिटॉप, सन टेम्पल, वेरीनाग गार्डन, सिन्थन टॉप, मरगनटॉप, अकाड पार्क, हब्बा खातून पॉइंट, बाबारेशी, रिंगावली, गोगलडारा, बडेरकोटे, श्रुंज वॉटरफॉल, कमानपोस्ट, नांबलन वॉटरफॉल, इको पार्क खडनीयार, संगर्वानी, जामिया मस्जिद, बादामवारी, राजोरी कदल होटल कनाज, आली कदल जे जे फूड रेस्टोरेंट, आइवरी होटल, पदशाहपाल रिसॉर्ट और रेस्टोरेंट, चेरी ट्री रिसॉर्ट (फकीर गुजरी), नॉर्थ क्लिफ कैफे और रिट्रीट बाय स्टे पैटर्न, फॉरेस्ट हिल कॉटेज, इको विलेज रिसॉर्ट (दारा), अस्तनमार्ग व्यूपॉइंट, अस्तनमार्ग पैराग्लाइडिंग, मामनेथ और महादेव हिल्स, बौद्ध मठ, डाचीगाम (ट्राउट फार्म से आगे), अस्तनपोरा (खासकर कयाम गाह रिसॉर्ट, लछपतरी, हंग पार्क और नरानाग) शामिल हैं.
सक्रिय हुए आतंकी स्लीपर सेल- खुफिया इनपुट
सूत्रों के मुताबिक, संचार इंटरसेप्ट से पुष्टि हुई है कि पहलगाम हमले के बाद घाटी में कई स्लीपर सेल सक्रिय हो गए हैं. इन्हें नई आतंकी गतिविधियां शुरू करने के निर्देश दिए गए हैं. लगातार मिल रही खुफिया रिपोर्ट्स में भी यह साफ संकेत मिला है कि आतंकवादी अब निशाने पर हत्या करने और बड़े हमले की साजिश रच रहे हैं.
आतंकियों के घरों पर कार्रवाई के बाद बौखलाहट
इसको लेकर बताया जा रहा है कि हाल ही में भारतीय सुरक्षाबलों ने घाटी में सक्रिय आतंकियों के ठिकानों पर करारा प्रहार किया था. इसके जवाब में आतंकी अब बदले की फिराक में हैं. यही वजह है कि घाटी में किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए प्रशासन ने पहले से ही सतर्कता बढ़ा दी है और पर्यटकों तथा आम नागरिकों की सुरक्षा को प्राथमिकता दी जा रही है.