हफ्तेभर पहले पत्नी का हुआ निधन, अस्थियां बहाने भारत आया था पति, रूला देगी विमान हादसे में हुई अर्जुन की मौत की कहानी

Published on: 13 Jun 2025 | Author: Antima Pal
Air India Crash: लंदन में रहने वाले भारतीय मूल के अर्जुन भाई मनुभाई पटोलिया की अहमदाबाद विमान हादसे में मौत ने सभी को झकझोर दिया. 12 जून 2025 को एयर इंडिया की फ्लाइट AI171, जो अहमदाबाद से लंदन जा रही थी, टेकऑफ के कुछ मिनट बाद ही मेघानीनगर के रिहायशी इलाके में दुर्घटनाग्रस्त हो गई. इस हादसे में 241 यात्रियों और चालक दल के सदस्यों की जान चली गई, जिसमें अर्जुन भी शामिल थे. वह अपनी पत्नी की अंतिम इच्छा पूरी करने के लिए गुजरात आए थे.
अस्थियां बहाने भारत आया था पति
अर्जुन की पत्नी, भारती बेन, का सात दिन पहले लंदन में निधन हो गया था. उनकी अंतिम इच्छा थी कि उनकी अस्थियां गुजरात के पवित्र नर्मदा नदी में विसर्जित की जाएं. अर्जुन ने अपने दो बच्चों, चार और आठ साल की बेटियों को लंदन में छोड़कर अपनी पत्नी की यह इच्छा पूरी करने के लिए भारत की यात्रा की. उन्होंने अपने पैतृक गांव वाडिया में अंतिम संस्कार के सभी रीति-रिवाज पूरे किए और अस्थियां नर्मदा नदी में विसर्जित कीं. इसके बाद वह अपने बच्चों के पास लंदन लौट रहे थे, लेकिन नियति को कुछ और ही मंजूर था.
हफ्तेभर पहले पत्नी का हुआ निधन
एयर इंडिया का बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर, जिसमें 242 लोग सवार थे, टेकऑफ के 34 सेकंड बाद ही बी.जे. मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल में जा गिरा. हादसे में चार मेडिकल छात्रों और एक गर्भवती महिला सहित कई लोगों की जान चली गई. अर्जुन की मौत ने उनकी दो छोटी बेटियों को अनाथ कर दिया, जो अब अपने माता-पिता दोनों को खो चुकी हैं.
रूला देगी विमान हादसे में हुई अर्जुन की मौत की कहानी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को दुर्घटनास्थल का दौरा किया और अहमदाबाद सिविल अस्पताल में घायलों से मुलाकात की, जहां पीड़ितों की पहचान की जा रही है. पोस्टमार्टम जांच के लिए 70 से 80 डॉक्टरों की टीम तैनात की गई है. अब तक पांच पीड़ितों की पहचान हो चुकी है और उनके शव उनके परिवारों को सौंप दिए गए हैं. जांचकर्ता दुर्घटना के कारणों की जांच जारी रखे हुए हैं. फोरेंसिक टीमें घटनास्थल पर हैं और विमानन अधिकारियों ने औपचारिक जांच शुरू कर दी है. एयर इंडिया ने विशिष्ट कारण पर कोई बयान जारी नहीं किया है, लेकिन कहा है कि प्रभावित परिवारों को आपातकालीन सहायता प्रदान की जा रही है. इस त्रासदी ने भारत और यूनाइटेड किंगडम दोनों के समुदायों में सदमे की लहरें पैदा कर दी हैं, जहां प्रवासी परिवार आपदा में खोए अपने प्रियजनों के लिए शोक मना रहे हैं.