'थरूर, ओवैसी, सुले ने विदेश में किया भारत का बचाव, राहुल गांधी दे रहे देश को धोखा,' बोले CM हिमंता

Published on: 09 Jun 2025 | Author: Mayank Tiwari
असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने सोमवार (9 जून) को एक दुर्लभ कदम उठाते हुए विपक्षी नेताओं की सराहना की. उन्होंने कांग्रेस नेता शशि थरूर, AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी और NCP (SCP) नेता सुप्रिया सुळे की विदेशों में भारत का सम्मानजनक ढंग से बचाव करने के लिए प्रशंसा की. साथ ही, उन्होंने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी पर अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत की छवि खराब करने का आरोप लगाया.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, असम के सीएम हिमंता ने कहा, “मैं कांग्रेस और अन्य विपक्षी नेताओं, विशेष रूप से शशि थरूर, का आभार व्यक्त करता हूं, जिन्होंने विदेशी धरती पर भारत का दृढ़ता से बचाव किया, न केवल वे, बल्कि असदुद्दीन ओवैसी और सुप्रिया सुले ने भी विदेशों में भारत का प्रतिनिधित्व किया और राष्ट्र की रक्षा की.” उन्होंने यह भी कहा, “इन सभी ने भारत के लिए खड़े होकर अपना कर्तव्य निभाया. लेकिन लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ऐसा नहीं कर सके. उन्होंने देश और सशस्त्र बलों के साथ विश्वासघात किया.
राहुल गांधी पर असम के CM ने बोला हमला
असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा का यह बयान हाल ही में केंद्र सरकार की ओर से आतंकवाद-विरोधी अभियान के लिए विभिन्न देशों में भेजे गए सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडलों के संदर्भ में था. सरमा ने राहुल गांधी पर ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर सवाल उठाने और भारत की सैन्य ताकत पर संदेह जताने का आरोप लगाया.
उन्होंने कहा, “सैन्य संघर्ष के बाद नुकसान के बारे में पूछना अलग बात है, लेकिन उन्होंने संघर्ष के दौरान भारत के नुकसान के बारे में सवाल उठाए. हालांकि, उन्होंने कभी पाकिस्तान के नुकसान के बारे में नहीं पूछा.” सरमा ने असम विधानसभा में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की सफलता पर चर्चा के दौरान यह बात कही.
राहुल गांधी के विवादास्पद बयान
राहुल गांधी ने पिछले साल अमेरिका की टेक्सास यूनिवर्सिटी में दिए भाषण में कहा था, “पश्चिम में रोजगार की समस्या है. भारत में भी रोजगार की समस्या है... लेकिन दुनिया के कई देशों में रोजगार की समस्या नहीं है. चीन में निश्चित रूप से यह समस्या नहीं है. वियतनाम में भी रोजगार की समस्या नहीं है.।” हाल ही में, उन्होंने विदेश मंत्री एस जयशंकर पर ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान भारत के खोए विमानों की संख्या पर “चुप्पी साधने” का आरोप लगाया और दावा किया कि जयशंकर ने पाकिस्तान को भारत की प्रतिक्रिया की शुरुआत की जानकारी दी थी.