उद्धव और राज ठाकरे ने विरोध रैली को विजय रैली में बदला, महाराष्ट्र सरकार के भाषा विवाद से हाथ खींचने के बाद लिया फैसला

Published on: 01 Jul 2025 | Author: Mayank Tiwari
शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) ने मंगलवार (1 जुलाई) को मुंबई में 5 जुलाई को एक विजय रैली के लिए संयुक्त निमंत्रण जारी किया. यह रैली महाराष्ट्र सरकार के स्कूलों में तीन-भाषा नीति को वापस लेने के फैसले का जश्न मनाने के लिए आयोजित की जाएगी. पहले यह रैली महाराष्ट्र के स्कूलों में हिंदी लागू करने के विरोध में थी, लेकिन अब इसे ‘मराठी विजय दिवस’ के रूप में वर्ली के एनएससीआई डोम में सुबह 10 बजे से शुरू होने वाली विजय रैली में बदल दिया गया है.
मराठी विजय का उत्सव
संयुक्त निमंत्रण में उद्धव ठाकरे और उनके चचेरे भाई राज ठाकरे को इस आयोजन के मेजबान के रूप में नामित किया गया है. ‘मराठ्याचा आवाज’ शीर्षक वाला यह निमंत्रण बिना किसी पार्टी प्रतीक या झंडे के है, लेकिन इसमें महाराष्ट्र की एक ग्राफिक छवि शामिल है. निमंत्रण में कहा गया है, “क्या हमने सरकार को झुकने पर मजबूर किया? हां! यह उत्सव आपका होगा और हम केवल आपके लिए लड़ रहे थे.
तीन-भाषा नीति की वापसी
महाराष्ट्र मंत्रिमंडल ने रविवार को दो सरकारी आदेशों (जीआर) को वापस लेने का फैसला किया, जिनमें कक्षा 1 से 5 तक स्कूलों में हिंदी भाषा लागू करने की बात थी। इस फैसले ने मराठी भाषा के समर्थकों में उत्साह पैदा किया है. यह रैली इस जीत को मराठी जनता के साथ साझा करने का एक मंच होगी.
दो दशकों बाद उद्धव-राज का एक मंच
5 जुलाई की यह विजय रैली उद्धव और राज ठाकरे की लगभग दो दशकों बाद किसी राजनीतिक आयोजन में एक साथ पहली उपस्थिति होगी. शिवसेना (UBT) के सांसद संजय राउत ने सबसे पहले इस रैली की योजना का जिक्र किया था. उन्होंने कहा कि उन्होंने राज ठाकरे से विजय रैली आयोजित करने के बारे में बात की थी. कुछ घंटों बाद, राज ठाकरे ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में पुष्टि की कि यह रैली विरोध के लिए तय तारीख पर ही होगी, जो अब ‘मराठी मानूस’ की एकता का उत्सव बन गई है.
मनसे का आभार
मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने शिवसेना (UBT) और एनसीपी (SP) का स्कूलों में हिंदी लागू करने के विरोध में समर्थन के लिए आभार जताया. उन्होंने कहा कि नरेंद्र जाधव समिति की रिपोर्ट के बावजूद यह विरोध जारी रहेगा.