अंतरिक्ष में नया आयाम लिखने को तैयार शुभांशु शुक्ला, कल 3 साथियों संग स्पेस स्टेशन के लिए भरेंगे उड़ान, तस्वीरों में देखें कैसी है तैयारी?

Published on: 09 Jun 2025 | Author: Garima Singh
Shubhanshu Shukla: भारत के अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) के लिए अपनी पहली यात्रा के अंतिम चरण में हैं. एक्सिओम-4 (एक्स-4) मिशन के तहत, शुक्ला और उनकी टीम ने प्रक्षेपण से पहले पूर्ण ड्रेस रिहर्सल सफलतापूर्वक पूरा किया. यह मिशन भारत के अंतरिक्ष अनुसंधान के इतिहास में एक नया अध्याय जोड़ने जा रहा है.
एक्स-4 मिशन का नेतृत्व अनुभवी अंतरिक्ष यात्री पैगी व्हिटसन कर रही हैं. चालक दल ने स्पेसएक्स के फ्लाइट सूट पहनकर प्रक्षेपण की पूरी प्रक्रिया का अभ्यास किया. असेंबली भवन से लेकर ड्रैगन अंतरिक्ष यान में प्रवेश तक, सभी चरणों को प्रक्षेपण के दिन की तरह ही दोहराया गया.
The Ax-4 crew and SpaceX teams completed a full rehearsal of launch day activities ahead of liftoff on Tuesday pic.twitter.com/MEhuTdeuDf
— SpaceX (@SpaceX) June 8, 2025
क्या बोले शुभांशु शुक्ला?
शुभांशु शुक्ला ने इस अनुभव को "अद्भुत यात्रा" बताया. उन्होंने कहा, "यह एक अद्भुत यात्रा रही है; ये ऐसे क्षण हैं जो वास्तव में आपको बताते हैं कि आप किसी ऐसी चीज का हिस्सा बनने जा रहे हैं जो आपसे कहीं बड़ी है. मैं केवल इतना कह सकता हूं कि इसका हिस्सा बनकर मैं कितना भाग्यशाली हूं.
किस दिन होगा मिशन का प्रक्षेपण?
फाल्कन-9 रॉकेट, जो ड्रैगन अंतरिक्ष यान को ले जाएगा, मंगलवार, 10 जून 2025 को भारतीय समयानुसार शाम 5:54 बजे प्रक्षेपित होगा. यह 14 दिवसीय वैज्ञानिक अभियान भारत, अमेरिका, पोलैंड और हंगरी के अंतरिक्ष यात्रियों को अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन तक ले जाएगा. यह ड्रैगन अंतरिक्ष यान की पहली उड़ान है, जो इस मिशन के लिए विशेष रूप से तैयार किया गया है. साथ ही, फाल्कन-9 का पहला चरण, जो पहले एक स्टारलिंक मिशन को लॉन्च कर चुका है, फ्लोरिडा के केप कैनावेरल स्पेस फोर्स स्टेशन पर लैंडिंग ज़ोन 1 (LZ-1) पर उतरेगा.
Timelapse of Falcon 9 and Dragon going vertical pic.twitter.com/xbhMDnDk12
— SpaceX (@SpaceX) June 8, 2025
वैज्ञानिक अनुसंधान और उद्देश्य
अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर अपने प्रवास के दौरान, चालक दल 60 से अधिक वैज्ञानिक प्रयोग करेगा. इन प्रयोगों में मानव अनुसंधान, पृथ्वी अवलोकन, और जीवन, जैविक, तथा भौतिक विज्ञान से संबंधित अध्ययन शामिल हैं. ये प्रयोग अंतरिक्ष अनुसंधान के क्षेत्र में नई खोजों को बढ़ावा देंगे और मानवता के लिए महत्वपूर्ण जानकारियां प्रदान करेंगे.
शुभांशु शुक्ला: भारत का गौरव
लखनऊ में जन्मे शुभांशु शुक्ला, जिन्हें "शक्स" के नाम से जाना जाता है, अंतरिक्ष की यात्रा करने वाले दूसरे भारतीय होंगे. 1984 में राकेश शर्मा ने सोवियत सोयूज अंतरिक्ष यान से अंतरिक्ष में आठ दिन बिताए थे. शुक्ला अपने आदर्श राकेश शर्मा के नक्शेकदम पर चलते हुए भारत का नाम रोशन करने के लिए तैयार हैं. एक्सिओम-4 मिशन भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम के लिए एक मील का पत्थर है.