BJP सरकार ने मिडिल क्लास का क्या हाल कर दिया! AAP नेता सौरभ भारद्वाज बोले- फीस वृद्धि को लेकर धक्के खा रहे पैरेंट्स

Published on: 30 Jun 2025 | Author: Mayank Tiwari
दिल्ली के निजी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों के अभिभावक फीस वृद्धि पर अंकुश लगाने की मांग को लेकर लगातार संघर्ष कर रहे हैं. मध्यमवर्गीय परिवारों को उम्मीद थी कि बीजेपी की दिल्ली सरकार उनकी इस समस्या का समाधान करेगी, लेकिन हर ओर से उन्हें निराशा ही हाथ लग रही है. सोमवार को कई अभिभावक फीस वृद्धि पर रोक लगाने की मांग लेकर मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता से मिलने पहुंचे, लेकिन पुलिस ने उन्हें मुख्यमंत्री कार्यालय के गेट पर ही रोक दिया. इस घटना ने अभिभावकों के आक्रोश को और भड़का दिया है.
आम आदमी पार्टी (आप) के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष सौरभ भारद्वाज ने इस मुद्दे पर बीजेपी सरकार को आड़े हाथों लिया. उन्होंने एक्स पर एक वीडियो साझा करते हुए कहा, "भाजपा सरकार ने मिडिल क्लास का क्या हाल कर दिया है. प्राइवेट स्कूल मालिकों से मिलीभगत साफ़ है."
आम आदमी पार्टी का बीजेपी सरकार पर हमला
भारद्वाज ने आरोप लगाया कि निजी स्कूलों और बीजेपी सरकार के बीच गहरी सांठगांठ है, जिसके चलते स्कूल बिना किसी डर के मनमाने ढंग से फीस बढ़ा रहे हैं. उन्होंने कहा, "अभिभावक परेशान हैं, लेकिन सरकार उनके हित में कोई कदम नहीं उठा रही. यह शिक्षा माफियाओं और सरकार के गठजोड़ को स्पष्ट करता है."
आतिशी ने लगाए गंभीर आरोप
आप की वरिष्ठ नेता और दिल्ली विधानसभा की नेता प्रतिपक्ष आतिशी ने भी इस मामले में बीजेपी सरकार को घेरा. उन्होंने एक्स पर लिखा, "निजी स्कूल शैक्षणिक सत्र के बीच में ही फीस बढ़ा रहे हैं. इससे यह साफ है कि भाजपा की रेखा गुप्ता सरकार ने निजी स्कूलों को फीस बढ़ाने की हरी झंडी दे दी है. वरना ऐसे स्कूलों के खिलाफ कोई कार्रवाई क्यों नहीं की जा रही?"
आतिशी ने अभिभावकों को भेजे गए एक मेल को भी साझा किया, जिसमें स्कूलों ने दावा किया कि फीस वृद्धि की जानकारी सभी संबंधित अधिकारियों और विभागों को दी गई है. आतिशी ने कहा, "शिक्षा माफियाओं और भाजपा सरकार की मिलीभगत साफ दिख रही है. यही कारण है कि मनमाना फीस बढ़ाने वाले स्कूलों पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही."
अध्यादेश का वादा, लेकिन कार्रवाई शून्य
आतिशी ने बीजेपी की ट्रिपल इंजन सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार ने दावा किया था कि दिल्ली में निजी स्कूलों की मनमानी नहीं चलने दी जाएगी और इसके लिए अध्यादेश लाया जाएगा. लेकिन इस अध्यादेश को दिल्लीवासियों से छुपाकर रखा गया है. इससे साफ है कि बीजेपी और निजी स्कूलों के बीच कोई न कोई सांठगांठ जरूर है. फिलहाल, सोशल मीडिया पर अभिभावक लगातार अपनी परेशानियां साझा कर रहे हैं.