96800 रुपये तोला....सोने के दामों में लगी 'आग' और भड़की, चांदी भी लोगों की काट रही लोगों की जेब

Published on: 02 May 2025 | Author: Mayank Tiwari
देश की राजधानी दिल्ली में शुक्रवार (2 मई) को सोने की कीमतों में ₹1,080 की बढ़ोतरी हुई, और यह ₹96,800 प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गई. इस बीच अखिल भारतीय सर्राफा संघ के अनुसार, विदेशों में मजबूती के रुख के बीच आभूषण विक्रेताओं की ओर से खरीदारी में तेजी आई है. जहां राजधानी में सोने का भाव 1,080 रुपये बढ़कर 96,800 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गया है.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, गुरुवार को 99.9 प्रतिशत शुद्धता वाले इस कीमती धातु का भाव 2,830 रुपये घटकर 95,720 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गया था. वहीं, 99.5 प्रतिशत शुद्धता वाले सोने का भाव भी 180 रुपये बढ़कर 96,350 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गया, जबकि पिछले सत्र में यह 1,930 रुपये घटकर 96,170 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गया था.
वैश्विक बाजारों में सोने और चांदी का क्या है रुझान
कारोबारियों ने कहा कि स्थानीय आभूषण विक्रेताओं की ताजा मांग के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय बाजारों से पॉजिटिव संकेतों के कारण कीमतों में तेजी आई. जहां शुक्रवार को चांदी की कीमतों में भी उल्लेखनीय तेजी देखी गई और यह 1,600 रुपये बढ़कर 97,100 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई.
हालांकि, पिछले सत्र में, सफेद धातु 2,500 रुपये की तेज गिरावट के साथ 95,500 रुपये प्रति किलोग्राम पर आ गई थी. वहीं, अंतर्राष्ट्रीय श्रम दिवस' के मौके में गुरुवार सुबह के सत्र के दौरान लोकल बाजार बंद रहे, लेकिन शाम को फिर से परिचालन शुरू हो गया. वैश्विक बाजार में, हाजिर सोना 23.10 डॉलर या 0.71 प्रतिशत बढ़कर 3,262.30 डॉलर प्रति औंस हो गया.
जानिए सोने के बढ़ते दामों पर क्या बोले एक्सपर्ट?
एलकेपी सिक्योरिटीज के कमोडिटी और करेंसी के वीपी रिसर्च एनालिस्ट जतिन त्रिवेदी ने कहा, "अमेरिका के नेतृत्व वाले व्यापार सौदों पर लगातार अस्पष्टता के बीच धारणा स्थिर होने के साथ सोने की कीमतों में जोरदार उछाल आया." त्रिवेदी ने आगे बताया कि व्यापार चर्चाओं पर अमेरिका द्वारा स्पष्टता की कमी और बदलते रुख ने बाजार प्रतिभागियों को सोने में अपनी शॉर्ट पोजीशन खत्म करने के लिए प्रेरित किया, जिससे नई तेजी आई. उन्होंने कहा कि सुरक्षित-पनाहगाह की मांग धीरे-धीरे वापस आ रही है.
डॉलर की कमजोरी और चीन के व्यापार वार्ता
ब्रोकरेज फर्म कोटक सिक्योरिटीज ने कहा कि डॉलर के कमजोर होने के कारण सोने में तेजी आई. हालांकि, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारत सहित प्रमुख एशियाई अर्थव्यवस्थाओं के साथ संभावित सौदों के संकेत देने और ऑटो टैरिफ को आंशिक रूप से वापस लेने के संकेत देने के बाद चीन द्वारा नए व्यापार वार्ता पर विचार किए जाने के कारण लाभ सीमित रहा. शुक्रवार को हाजिर चांदी भी 0.23 प्रतिशत बढ़कर 32.49 डॉलर प्रति औंस हो गई. कमोडिटी एक्सपर्ट ने कहा कि बाजार प्रतिभागी अमेरिकी गैर-कृषि पेरोल (एनएफपी) डेटा पर बारीकी से नजर रख रहे हैं, जो बाद में दिन में जारी होने वाला है, जो सोने की कीमतों को और प्रभावित कर सकता है.
जानिए मार्केट का कैसा रहेगा भविष्य?
आलमंडज़ ग्लोबल के प्रबंध निदेशक मनोज कुमार अरोड़ा ने टिप्पणी की कि पिछले साल से 30 प्रतिशत रिटर्न देने के बावजूद सोने के 2025 तक मजबूत प्रदर्शन बनाए रखने की उम्मीद है. 22 अप्रैल को घरेलू बाजारों में सोने की कीमतें 1 लाख रुपये प्रति 10 ग्राम के रिकॉर्ड शिखर पर पहुंच गई थीं. अरोड़ा ने कहा, "ऐतिहासिक रूप से, कीमती धातु ने 2001 से 15 प्रतिशत सीएजीआर रिटर्न दिया है." उन्होंने कहा, "1995 से सोने ने लगातार मुद्रास्फीति को 2 से 4 प्रतिशत से अधिक बेहतर प्रदर्शन किया है.