'खुद ले रही 5 करोड़ सैलरी, मां को देकर रही 12 लाख...', करिश्मा की EX भाभी ने खोली संजय कपूर की पत्नी की पोल!
Published on: 17 Dec 2025 | Author: Babli Rautela
दिवंगत उद्योगपति संजय कपूर की संपत्ति को लेकर चल रहा विवाद अब और तीखा हो गया है. उनकी बहन मंधिरा कपूर ने संजय की पत्नी प्रिया सचदेव कपूर पर खुलकर हमला बोला है. मंधिरा का कहना है कि प्रिया कंपनी से हर महीने करोड़ों रुपये ले रही हैं, जबकि उनकी मां रानी कपूर को बेहद सीमित रकम दी जा रही है.
हाल ही में अदालत की सुनवाई के दौरान प्रिया सचदेव ने कहा था कि रानी कपूर को कंपनी से हर महीने इक्कीस लाख रुपये से अधिक मिलते हैं और उनके निजी खर्चों का पूरा ध्यान रखा जाता है. इस दावे को गलत बताते हुए मंधिरा कपूर ने कहा कि हकीकत इससे बिल्कुल अलग है. उनके अनुसार टैक्स और कटौती के बाद उनकी मां को केवल बारह लाख रुपये ही मिल पा रहे हैं.
प्रिया पर लगाया हर महीने करोड़ों की सैलरी का आरोप
मंधिरा कपूर ने कहा कि खून के रिश्तों और बाहरी व्यक्ति के बीच फर्क समझना जरूरी है. उन्होंने दावा किया कि जब उनके पिता जीवित थे, तब उनकी मां को कहीं अधिक सम्मान और अधिकार मिलते थे. अब स्थिति यह है कि कंपनी बनाने वाले परिवार की सदस्य को कम रकम मिल रही है, जबकि बाहर से आए व्यक्ति को सबसे अधिक लाभ मिल रहा है.
मंधिरा ने आरोप लगाया कि प्रिया सचदेव हर महीने करीब तीन से पांच करोड़ रुपये तक घर ले जा रही हैं. उन्होंने यह भी कहा कि सिर्फ एक कंपनी से ही प्रिया को लगभग एक करोड़ रुपये मिल रहे हैं और उन्होंने सभी अहम फैसलों पर कब्जा कर लिया है. उनके मुताबिक यह बेहद शर्मनाक स्थिति है कि कंपनी की नींव रखने वाले परिवार को पीछे कर दिया गया है.
मां की देखभाल नहीं कर रही हैं प्रिया
मंधिरा कपूर ने यह भी कहा कि प्रिया यह दावा नहीं कर सकतीं कि वह उनकी मां की देखभाल कर रही हैं. उनका कहना है कि कंपनी का रिश्ता हमेशा कपूर परिवार से रहेगा और किसी भी हाल में यह पहचान नहीं बदली जा सकती. उन्होंने साफ कहा कि प्रिया न तो परिवार का चेहरा हैं और न ही कंपनी की पहचान.
संजय कपूर की संपत्ति को लेकर विवाद सिर्फ परिवार तक सीमित नहीं है. करिश्मा कपूर से संजय के दो बच्चे समायरा और कियान भी कानूनी लड़ाई में शामिल हैं. दोनों ने दिल्ली हाई कोर्ट में याचिका दायर कर आरोप लगाया है कि प्रिया द्वारा पेश की गई वसीयत जाली है. उनका कहना है कि इस वसीयत का मकसद उन्हें उनके पिता की संपत्ति से दूर करना है.