बेहोश होने तक रोती रही मां, 9 साल के मासूम बेटे ने किया पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए पिता का अंतिम संस्कार

Published on: 24 Apr 2025 | Author: Sagar Bhardwaj
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में अपनी जान गंवाने वाले 28 लोगों में ओडिशा से बालासोर जिले के प्रशांत भी थे. गुरुवार सुबह बालासोर जिले के इशानी गांव के श्मशान घाट का दृश्य दिल दहला देने वाला था. गांव के श्मशान घाटे में मानो पूरा ओडिशा उमड़ पड़ा था.
प्रशांत को उनके 9 साल के बेटे तनुज कुमार सत्पथी ने मुखाग्नि दी क्योंकि उनकी पत्नी बेहोश हो गई थीं. पत्नी दर्शिनी पति के शव को ना ले जाने की जिद कर बैठी और तब तक रोती रही जब तक वह बेहोश नहीं हो गई.
दर्शिनी के बेहोश होने के बाद गांव वालों ने प्रशांत की अर्थी उठाई और श्मशान घाट की ओर चल दिए. सबसे आगे प्रशांत का 9 साल का मासूम चल रहा था जो अपने पिता से आखिरी विदाई लेने जा रहा था. मात्र 9 साल की उम्र में तनुज का अपने पिता के साथ छूट गया.
सीएम माझी भी पहुंचे
प्रशांत के अंतिम संस्कार में ओडिशा से सीएम मोहन चरण माझी, परिवहन मंत्री बिभूति भूषण जेना और बालासोर के सांसद प्रताप चंद्र सारंगी भी शामिल हुए.
बालासोर, ओडिशा: मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी पहलगाम आतंकवादी हमले में मारे गए प्रशांत सत्पथी के घर पहुंचे और उन्हें श्रद्धांजलि दी। उन्होंने दिवंगत प्रशांत सत्पथी के परिजनों से भी मुलाकात भी की। pic.twitter.com/wacmocnciS
— IANS Hindi (@IANSKhabar) April 24, 2025
नम आंखों से विदाई
प्रशांत की शव यात्रा में शामिल होने वाले प्रत्येक शख्स की आंखों में आंसू थे. प्रशांत का मासूम बेटा तो मानों पूरी तरह से स्तब्ध था वह तो बस बड़ों द्वारा दिए जा रहे निर्देशों का पालन कर रहा था.तनुज ने अपने पिता को मुखाग्नि दी. अंतिम संस्कार के साथ पूरा श्मशान जय हिंद, प्रशांत सत्पथी अमर रहें के नारों से गूंज उठा.
41 वर्षीय प्रशांत सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ पेट्रोकेमिकल्स इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी में काम करते थे और अपनी पत्नी और बेटे के साथ पहलगाम में छुट्टियां मनाने गए थे.
#WATCH | Balasore, Odisha | The mortal remains of Prashant Satpathy, who was killed in the #PahalgamTerrorAttack, being taken for the final rites. pic.twitter.com/oNG2cGQ0Zd
— ANI (@ANI) April 24, 2025
पत्नी को नौकरी और 20 लाख की मदद
इस मौके पर सीएम माझी ने कहा, 'मैं इस घटना की कड़ी निंदा करता हूं और राज्य सरकार संकट की इस घड़ी में प्रशांत सत्पथी के परिवार के साथ मजबूती से खड़ी है. राज्य सरकार 20 लाख रुपए की वित्तीय सहायता और उनकी पत्नी को नौकरी और बेटे की शिक्षा का पूरा खर्च उठाएगी.'