बंगाल में महीने भर के SIR प्रोसेस के बाद ड्राफ्ट वोटर लिस्ट जारी, 58 लाख से ज्यादा नाम हटाए गए
Published on: 16 Dec 2025 | Author: Princy Sharma
नई दिल्ली: भारत निर्वाचन आयोग (ECI) ने पश्चिम बंगाल में विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) प्रक्रिया के बाद ड्राफ्ट मतदाता सूची जारी कर दी है. यह प्रक्रिया करीब एक महीने तक चली और इस दौरान अवैध बांग्लादेशी नागरिकों के राज्य छोड़ने और कई बूथ लेवल अधिकारियों (BLO) की मौत को लेकर विवाद भी रहा.
हालांकि, ECI ने अलग से हटाए गए मतदाताओं की सूची जारी नहीं की है लेकिन अनुमान है कि करीब 58 लाख नाम मतदाता सूची से हटाए गए हैं. ड्राफ्ट मतदाता सूची जारी होने के साथ ही गणना का चरण पूरा हो गया है. अब अगला और ज्यादा अहम चरण शुरू होगा, जिसमें दावे, आपत्तियां और सुनवाई शामिल होंगी. तीन चरणों वाली SIR प्रक्रिया का दूसरा चरण फरवरी 2026 तक चलेगा.
58 हजार से ज्यादा फॉर्म अनकलेक्टेड
सोमवार को SIR के विशेष पर्यवेक्षक ने बताया कि पूरे राज्य में 58,17,851 फॉर्म 'अनकलेक्टेड' पाए गए हैं. ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि कई मतदाता अपने पते पर मौजूद नहीं थे, कुछ की मृत्यु हो चुकी थी या उनके नाम मतदाता सूची में दो बार दर्ज थे. ऐसे मतदाताओं के नाम ड्राफ्ट सूची से अस्थायी रूप से हटा दिए गए हैं. ECI द्वारा जारी डेटा के अनुसार, कुल 58,20,898 वोटर नामों को हटाने के लिए पहचाना गया है, जिसमें लगभग 24,16,852 ऐसे वोटर शामिल हैं जिन्हें मृत घोषित किया गया है. इसके बाद 19,88,076 ऐसे वोटर हैं जो या तो स्थायी रूप से कहीं और चले गए हैं या माइग्रेट कर गए हैं।
इसके अलावा, 12,20,038 वोटरों को लापता के रूप में चिह्नित किया गया है, जबकि 1,38,328 नामों को डुप्लीकेट, गलत या फर्जी एंट्री के रूप में पहचाना गया है। अन्य कारणों से 57,604 और नामों को हटाने का प्रस्ताव दिया गया है.हालांकि, जिन लोगों को हटाया गया है, वे सहायक दस्तावेजों के साथ फॉर्म 6 में अपना दावा जमा कर सकते हैं।
विवादित SIR प्रक्रिया
बंगाल SIR अभ्यास, जो 4 दिसंबर को शुरू हुआ और 11 दिसंबर को समाप्त हुआ, उसमें अवैध बांग्लादेशियों के पलायन और बूथ-स्तरीय अधिकारियों (BLO) द्वारा कड़ी समय-सीमा और काम के दबाव को लेकर विरोध प्रदर्शन हुए. सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि SIR अभ्यास के दौरान लगभग 40 चुनाव अधिकारियों की मौत हो गई है, जो पूरे देश में वोटर लिस्ट से अयोग्य नामों को हटाने के लिए किया जा रहा है.
बंगाल के अलावा, SIR प्रक्रिया अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, छत्तीसगढ़, गोवा, गुजरात, केरल, लक्षद्वीप, मध्य प्रदेश, पुडुचेरी, राजस्थान, तमिलनाडु और उत्तर प्रदेश में भी किया जा रहा है.