26 राज्यों में भारी बारिश और तूफान का अलर्ट, गुजरात और बिहार में 19 लोगों की मौत, ओलावृष्टि और तेज हवाओं की चेतावनी

Published on: 08 May 2025 | Author: Reepu Kumari
Weather Update: भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने 26 राज्यों में भयंकर तूफान, भारी बारिश और ओलावृष्टि के लिए राष्ट्रव्यापी अलर्ट जारी किया है. चेतावनी में 70 से 110 किमी/घंटा की गति से हवा चलने की बात कही गई है , जिससे जान, बुनियादी ढांचे और कृषि को खतरा हो सकता है. गुजरात और बिहार में चरम मौसम के कारण मौतें हुईं.
गुजरात में मौसम की मार सबसे ज़्यादा पड़ी है. पिछले 48 घंटों में तूफ़ान से जुड़ी घटनाओं में 14 लोगों की मौत हो गई है , जिसमें दीवार गिरना, बिजली गिरना और पेड़ गिरना शामिल है. राज्य के कई ज़िले हाई अलर्ट पर हैं क्योंकि इस क्षेत्र में तूफ़ान और भारी बारिश जारी है.
बिहार में इस सप्ताह की शुरुआत में अचानक आए तूफान के दौरान बिजली गिरने से 5 लोगों की मौत हो गई. 110 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने की खबर है, जिससे बुनियादी ढांचे को नुकसान पहुंचा है और बड़े पैमाने पर बिजली गुल हो गई है.
4 राज्यों में ओलावृष्टि की चेतावनी
आईएमडी ने इन भागों में ओलावृष्टि का अनुमान लगाया है;
- मध्य प्रदेश
- हिमाचल प्रदेश
- गुजरात
- महाराष्ट्र
मध्य प्रदेश में पिछले दो दिनों में ओलावृष्टि और तेज हवाएं चलने की खबरें हैं। बुधवार को 9 जिलों में ओलावृष्टि का अलर्ट है, जबकि 34 जिलों में आंधी और बारिश हो सकती है.
पश्चिमी विक्षोभ जलवायु पैटर्न बदल रहे हैं
क्लाइमेट ट्रेंड्स की एक रिपोर्ट के अनुसार , पश्चिमी विक्षोभ - भूमध्य सागर से उत्पन्न होने वाले तूफान और भारतीय उपमहाद्वीप को प्रभावित करने वाले - का पैटर्न बदल रहा है। परंपरागत रूप से नवंबर से फरवरी के दौरान सबसे अधिक सक्रिय रहने वाले ये सिस्टम अब मार्च और अप्रैल में तेजी से चरम पर हैं , जिससे सर्दियों में बर्फबारी में देरी हो रही है और हीटवेव की घटनाएं कम हो रही हैं.
विशेषज्ञों का कहना है कि इस परिवर्तन के कारण लगातार दो वर्षों से मार्च में रिकॉर्ड बर्फबारी हुई है , जिससे पारंपरिक मौसमी चक्र बाधित हुआ है और ऑफ-सीजन तूफानों की आवृत्ति बढ़ गई है.
नागरिकों के लिए सलाह
- तेज़ हवा और तूफान के दौरान घर के अंदर रहें.
- बिजली चमकने के दौरान पेड़ों के नीचे और धातु की वस्तुओं के पास छिपने से बचें.
- किसानों को अपनी फसल और पशुधन की सुरक्षा करनी चाहिए.
- यात्रियों को तूफान के चरम समय के दौरान यात्रा से बचने की सलाह दी जाती है.