पाकिस्तान से तनाव के बीच भारत ने फ्रांस से किया 63,000 करोड़ रुपये का रक्षा समझौता, नेवी को मिलेंगे 26 राफेल-M जेट, थर-थर कांपा पड़ोसी

Published on: 28 Apr 2025 | Author: Gyanendra Tiwari
India Sign deal with France for Rafale M jets: पहलगाम हमले के बाद से भारत और पाकिस्तान के रिश्ते बड़े ही कठिन दौर से गुजर रहे हैं. पाकिस्तान स्थिति आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैएबा के सहोयगी आतंकी संगठन द रेजिडेंट फ्रंट ने 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलहगाम के बसराइन घाटी में पर्यटकों पर धर्म पूछकर गोलियां बरसाईं थी. इस आतंकी घटना के बाद से ही दोनों देशों के रिश्तों में भारी खटास आई है. आतंक पर सख्त एक्शन लेने के लिए भारत पूरी तरह से तैयार है. इन सबके बीच भारत ने फ्रांस से 63,0000 करोड़ रुपये एक अहम रक्षा समझौता किया है. इस समझौते के तहत फ्रांस भारतीय नौसेना को 26 रॉफेल M फाइटर जेट मुहैया कराएगा.
भारतीय नौसेना को इस समझौते से 22 सिंगर सिटर जेट्स और 4 डबल सिटर जेट्स मिलेंगे. फ्रांस 2031 तक इसकी डिलीवरी करेगी.
डील से थर-थर कांपा पड़ोसी पाकिस्तान
इस डील से पड़ोसी पाकिस्तान की हवा निकल गई है. इस डील के तहत फ्रांस भारतीय नौसेना को जो फाइटर जेट्स देगा उसमें मेंटेनेंस, लॉजिस्टिकल सपोर्ट और पर्सनरल ट्रेनिंग की सुविधा भी मुहैया कराएगा.
रॉफेल M को दुनिया का मोस्ट एडवांस्ड नेवल फाइटर जेट माना जाता है. यह इस समय सिर्फ फ्रांस के पास ही उपलब्ध है. यह सफ्रान समूह के प्रबलित लैंडिंग गियर से लैस है, जिसे वाहक-संगत विमानों के लिए सर्वश्रेष्ठ माना जाता है - और इसमें फोल्डिंग पंख, तथा कठोर परिस्थितियों, डेक लैंडिंग और टेलहुक का सामना करने के लिए अंडरकैरिज भी है.
फ्रांस से डील हुए राफेल एम फाइटर जेट को INS विक्रांत और INS विक्रमादित्य पर तैनात किए जाएंगे. इससे भारतीय नौसेना की समुद्र में ताकत बढ़ेगी और अन्य देशों से समुद्र का खतरा भी कम होगा.
पड़ोसियों के खतरे से निपटने के लिए भारत तैयार
नेवल चीफ एडमिरनल दिनेश त्रिपाठी ने दिसंबर में कहा था, "हम अपने संचालन क्षेत्र में किसी भी अतिक्रमण को "निष्प्रभावी" करने के लिए अपनी रणनीति में बदलाव कर रहे हैं और "सभी पड़ोसियों से खतरों से निपटने के लिए तैयार हैं."
भारतीय वायुसेना पहले में रॉफेल फाइटजेट पहले ही मौजूद हैं. 36 रॉफेल इंडियन एयरफोर्स में अपनी सेवाएं दे रहे हैं.
इसके साथ ही भारतीय नौसेना अपने बेढ़े में फिफ्ट जेनरेशन के फाइटर जेट को भी शामिल कर रही है. इन फाइटर जेट्स को DRDO डेवलप कर रहा है.