पाकिस्तान के जिस ड्रोन को 'ऑपरेशन सिंदूर' में किया गया था ढेर, विजय दिवस की पूर्व संध्या पर सेना ने दुनिया के सामने खोली पोल
Published on: 15 Dec 2025 | Author: Anuj
नई दिल्ली: भारतीय सेना ने सोमवार को तुर्की में बने यीहा (Yiiha) नामक ड्रोन का पुनर्निर्मित मॉडल जनता और मीडिया के सामने पेश किया. यह ड्रोन भारतीय सेना ने 10 मई को ऑपरेशन सिंदूर के दौरान मार गिराया था. इसे सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने विजय दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में प्रदर्शित किया. यह कार्यक्रम 54वें विजय दिवस की पूर्व संध्या पर आयोजित किया गया, जो 1971 के युद्ध में पाकिस्तान पर भारत की निर्णायक विजय की स्मृति में मनाया जाता है.
VIDEO | On the eve of Vijay Diwas, the Indian Army displayed a reconstructed Turkish kamikaze drone Yiiha shot down during Operation Sindoor on May 10.
— Press Trust of India (@PTI_News) December 15, 2025
Launched from Lahore International Airport, the drone was flying at 2,000 m toward its intended target Jalandhar. It carried a… pic.twitter.com/ZBXxwup3Y9
भारतीय सेना ने सभी ड्रोन को मार गिराया
7 से 10 मई के बीच पाकिस्तान ने यीहा (Yiiha) ड्रोन का इस्तेमाल भारत पर हमला करने के लिए किया था, जो सिंगल यूजर मानवरहित लड़ाकू विमानों (UCAV) में से एक था. पाकिस्तान ने इन ड्रोन के माध्यम से कई भारतीय सैन्य और नागरिक प्रतिष्ठानों को निशाना बनाने का प्रयास किया था. हालांकि, भारतीय सेना ने लगभग सभी ड्रोन को मार गिराया था. कार्यक्रम में प्रदर्शित यह ड्रोन 10 मई को लगभग 2000 मीटर की ऊंचाई पर उड़ रहा था. सैन्य अधिकारियों के अनुसार, इसे लाहौर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से लॉन्च किया गया था और इसका लक्षित लक्ष्य जालंधर था.
आत्मघाती ड्रोन क्यों कहा जाता है?
तुर्की निर्मित इस ड्रोन को सेना वायु रक्षा (AAD) द्वारा मार गिराया गया था. इसमें 10 किलोग्राम विस्फोटक लगे हुए थे और यह रिमोट से संचालित था. इस यूसीएवी (UCAV) में दो मीटर लंबे पंख और 170 सीसी हॉर्सपावर का टू-स्ट्रोक इंजन लगा हुआ था. भारतीय सेना ने अपने ड्रोन-रोधी उपकरणों का इस्तेमाल करते हुए ऐसे कामिकेज ड्रोन नष्ट किए हैं. कामिकेज ड्रोन को आत्मघाती ड्रोन भी कहा जाता है, क्योंकि ये अपने लक्ष्य को पहचान कर उस पर हमला करने के लिए डिजाइन किए जाते हैं.
भारत ने 100 से ज्यादा आतंकवादियों को ढेर किया
भारत ने सैन्य कार्रवाई की शुरूआत पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में की थी, जिसे ऑपरेशन सिंदूर का नाम दिया गया था. इसमें पाकिस्तान के नियंत्रण वाले क्षेत्रों में आतंकी ढांचों पर हवाई हमले किए गए. इसके बाद चार दिनों तक दोनों देशों के बीच भीषण झड़पें हुई. ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारत ने 100 से ज्यादा आतंकवादियों को ढेर कर दिया था.
भारतीय सेना ने दिया बड़ा संदेश
भारत 16 दिसंबर को विजय दिवस मनाता है. इस दिन उन सभी सैनिकों को श्रद्धांजलि दी जाती है, जिन्होंने 1971 के युद्ध में पाकिस्तान के खिलाफ लड़ाई में अपने प्राणों की आहुति दी. इस कार्यक्रम और यीहा ड्रोन के प्रदर्शन ने यह संदेश दिया कि भारतीय सेना हर प्रकार के ड्रोन और हवाई खतरों से निपटने में सक्षम है और देश की सीमाओं की रक्षा के लिए पूरी तरह तैयार है.