Pahalgam Attack: 'एक के बदले एक लाख', बिश्नोई गैंग की धमकी बनी पाकिस्तान के लिए सिरदर्द; हाफिज सईद की फोटो पर लगाया क्रॉस

Published on: 30 Apr 2025 | Author: Ritu Sharma
Lawrence Bishnoi Threat: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद पूरा देश आक्रोश में है. इसी बीच गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के गिरोह ने पाकिस्तान को सीधी धमकी दी है. सोशल मीडिया पर एक पोस्ट सामने आई है, जिसमें आतंकी हाफिज सईद की तस्वीर पर क्रॉस लगाकर लिखा गया है, ''तुमने हमारे निर्दोष लोगों को मारा है, अब हम पाकिस्तान में घुसकर एक ऐसा आदमी मारेंगे जो एक लाख के बराबर होगा.'' हालांकि इस पोस्ट की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है कि इसे बिश्नोई गैंग ने ही जारी किया है, लेकिन सोशल मीडिया पर यह पोस्ट तेजी से वायरल हो रही है.

क्यों गुस्से में है देश?
पहलगाम में हुए हमले ने एक बार फिर पाकिस्तान और वहां पनप रहे आतंकवाद के खिलाफ लोगों का गुस्सा भड़का दिया है. सोशल मीडिया पर हजारों लोग सरकार से जवाबी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. कुछ लोग सर्जिकल स्ट्राइक की बात कर रहे हैं तो कुछ आतंकवाद के जड़ से सफाए की मांग कर रहे हैं. इसी माहौल में बिश्नोई गैंग की धमकी ने एक नया मोड़ ला दिया है.
कौन है हाफिज सईद, जिसे बताया 'लक्ष्य'?
बता दें कि हाफिज सईद लश्कर-ए-तैयबा का सरगना और भारत के मोस्ट वांटेड आतंकियों में से एक है. 26/11 मुंबई हमलों का मास्टरमाइंड यही आतंकी है. इसके अलावा कई अन्य हमलों में भी इसका नाम सामने आया है, जिनमें पुलवामा हमले की साजिश भी शामिल है. भारत समेत कई देशों ने हाफिज को अंतरराष्ट्रीय आतंकी घोषित किया है, लेकिन पाकिस्तान लगातार इसे पनाह देता आया है.
लॉरेंस बिश्नोई गैंग - किस कदर खतरनाक है ये नेटवर्क?
बताते चले कि लॉरेंस बिश्नोई फिलहाल गुजरात की एक जेल में बंद है, लेकिन उसका गैंग देशभर में सक्रिय है. फिरौती, सुपारी किलिंग और हाई-प्रोफाइल हत्याएं इसके अपराध रिकॉर्ड में शामिल हैं. सिद्धू मूसेवाला की हत्या इसी गैंग के नाम दर्ज है. हाल ही में सलमान खान के घर पर फायरिंग और बाबा सिद्दीकी की हत्या की कोशिश में भी इसी गैंग का नाम सामने आया.
धमकी से बढ़ा तनाव, एजेंसियां सतर्क
बहरहाल, पाकिस्तान को दी गई इस धमकी ने सुरक्षा एजेंसियों को भी अलर्ट मोड पर ला दिया है. हालांकि यह पोस्ट कितनी असली है, इसका पता जांच के बाद ही चलेगा, लेकिन इसमें जिस तरीके से हाफिज सईद को निशाना बनाया गया है, उससे साफ है कि मामला सिर्फ सोशल मीडिया पोस्ट तक सीमित नहीं रहेगा.