Pahalgam Terror Attack: जनरल उपेंद्र द्विवेदी 25 अप्रैल को करेंगे श्रीनगर का दौरा, भारत की पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब देने की तैयारी

Published on: 24 Apr 2025 | Author: Gyanendra Tiwari
Pahalgam Terror Attack: पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले के बाद भारतीय सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी 25 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर पहुंचेंगे. इस दौरे का मकसद क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा करना है. रक्षा मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार, जनरल द्विवेदी को वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों से विस्तृत जानकारी मिलेगी.
मंगलवार को पहलगाम में आतंकियों ने पर्यटकों को उनके धर्म के आधार पर निशाना बनाया. इस हमले में उन्होंने 26 मासूम लोगों की जान ले ली. कई लोग घायल भी हुए हैं. यह हमला 2019 के पुलवामा हमले के बाद घाटी में सबसे खतरनाक हमलों में से एक था. इस आतंकी हमले के बाद देशभर में गुस्सा भड़क उठा है. देश के लोगों में इस हमले के खिलाफ गुस्सा है. लोग मांग कर रहे हैं कि सरकार सख्त से सख्त कदम उठाए.
सेना प्रमुख करेंगे बैठक
श्रीनगर में जनरल द्विवेदी 15 कोर के कमांडर और राष्ट्रीय राइफल्स के प्रमुखों के साथ बैठक करेंगे. इस दौरान घाटी में चल रहे आतंकवाद विरोधी अभियानों और नियंत्रण रेखा पर सुरक्षा व्यवस्था पर चर्चा होगी. सूत्रों के मुताबिक, सेना प्रमुख हालात का जमीनी स्तर पर आकलन करेंगे ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके.
पहलगाम हमले के बाद सराकर ने उठाया सख्त कदम
पहलगाम हमले के बाद केंद्र सरकार ने कई बड़े कदम उठाए हैं. विदेश सचिव विक्रम मिश्रा ने घोषणा की है कि पाकिस्तानी उच्चायोग में मौजूद रक्षा, नौसेना और वायु सलाहकारों को एक हफ्ते में भारत छोड़ना होगा. इसके साथ ही भारत ने इस्लामाबाद में अपने उच्चायोग से भी ऐसे सलाहकारों को वापस बुलाने का फैसला किया है. अटारी में एकीकृत जांच चौकी (आईसीपी) को तुरंत बंद कर दिया गया है.
इसके अलावा, भारत ने 1960 में हस्ताक्षरित सिंधु जल संधि को भी निलंबित कर दिया है. पाकिस्तानी नागरिकों के लिए सार्क वीजा छूट योजना को रद्द कर दिया गया है और उन्हें 40 घंटे में देश छोड़ने का आदेश दिया गया है. दोनों देशों के उच्चायोगों में अधिकारियों की संख्या भी कम की जाएगी.
सर्वदलीय बैठक का ऐलान
केंद्र सरकार ने पहलगाम हमले पर चर्चा के लिए गुरुवार शाम 6 बजे संसद भवन में सर्वदलीय बैठक बुलाई है. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह इसकी अध्यक्षता करेंगे. इस बैठक में सभी राजनीतिक दलों के नेता शामिल होंगे और आतंकी हमले से निपटने के लिए रणनीति पर विचार-विमर्श करेंगे.