'कामाख्या में मानव बलि...,' झूठे दावे से टीवी एंकर और राजा रघुवंशी के चचेरे भाई गुवाहाटी पुलिस के सामने मुसीबत में पड़े

Published on: 03 Jul 2025 | Author: Mayank Tiwari
असम के प्रसिद्ध कामाख्या मंदिर में “नरबलि” (मानव बलि) के झूठे दावे को लेकर एक न्यूज़ टीवी एंकर और इंदौर के व्यवसायी राजा रघुवंशी की चचेरी बहन श्रीस्ती रघुवंशी मुश्किल में पड़ गए हैं. गुवाहाटी पुलिस की क्राइम ब्रांच ने दोनों को समन जारी किया है. यह विवाद तब शुरू हुआ जब एक लाइव प्रसारण के दौरान एंकर ने दावा किया कि कामाख्या मंदिर में नरबलि की प्रथा होती है.समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार, इस बयान को धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाला माना गया.
लाइव प्रसारण में क्या हुआ?
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, दरअसल, एक प्रमुख अंग्रेजी न्यूज़ चैनल के एंकर ने सृष्टि रघुवंशी के साथ इंटरव्यू के दौरान यह दावा किया. साक्षात्कार में राजा रघुवंशी के मेघालय में हनीमून के दौरान लापता होने की घटना पर चर्चा हो रही थी, जो बाद में हत्या का मामला निकला. एंकर ने कहा, “कामाख्या मंदिर में नरबलि की प्रथा होती है.” सृष्टि रघुवंशी ने कथित तौर पर इस बयान से सहमति जताई. एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार, इस दावे ने व्यापक आक्रोश पैदा किया, क्योंकि यह पूरी तरह से निराधार था. दोनों ने बाद में माफी मांगी और इसे “पूर्ण रूप से गलत निर्णय” बताया.
मामले पर पुलिस ने क्या की कार्रवाई!
गुवाहाटी सिटी पुलिस के संयुक्त आयुक्त अंकुर जैन ने बताया कि इस मामले में धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के आरोप में एफआईआर दर्ज की गई है. एंकर और सृष्टि रघुवंशी को 23 और 24 जून को जांच अधिकारी के सामने पेश होने के लिए कहा गया था, लेकिन वे अभी तक उपस्थित नहीं हुए हैं. एफआईआर में कहा गया है कि दोनों अपने दावे के समर्थन में कोई स्रोत, धार्मिक प्राधिकरण या ऐतिहासिक प्रमाण नहीं दे सके.
राजा रघुवंशी हत्याकांड
राजा रघुवंशी की हत्या ने सुर्खियां बटोरीं. मई में मेघालय में हनीमून के दौरान उनकी पत्नी सोनम (24) और उसके कथित प्रेमी राज ने मिलकर उनकी हत्या कर दी थी. जिसके बाद पुलिस ने सोनम और तीन अन्य सहयोगियों को गिरफ्तार किया.