हार्वर्ड से निकलकर अपराध की दुनिया में कुख्यात हुए लोगों की कहानी

Published on: 03 Jul 2025 | Author: Sagar Bhardwaj
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की नीतियों के चलते अमेरिका का प्रसिद्ध हार्वर्ड विश्विद्यालय लगातार खबरों में बना हुआ है. हार्वर्ड में पढ़ना किसी भी छात्र का सपना होता है. वैसे तो दुनिया के इस नंबर वन विश्वविद्यालय ने दुनिया को एक से बढ़कर एक हीरे दिए लेकिन आज हम आपको उन पूर्व छात्रों के बारे में बताएंगे जिन्होंने हार्वर्ड से पढ़कर क्राइम की दुनिया में कुख्यात हो गए. इन्होंने अपनी शिक्षा का उपयोग अपराध की दुनिया में कदम रखने के लिए किया.
रिचर्ड लोएब और नाथन लियोपोल्ड: हार्वर्ड विश्वविद्यालय के स्नातक रिचर्ड लोएब और नाथन लियोपोल्ड ने शिकागो में एक सनसनीखेज अपराध को अंजाम दिया. दोनों ने ‘परफेक्ट क्राइम’ की तलाश में 14 वर्षीय बॉबी फ्रैंक्स का अपहरण और हत्या कर दी. “उन्होंने उसके सिर पर छेनी से वार किया, शव को एक खाई में फेंक दिया, उस पर एसिड डाल दिया और फिर उसके पिता से फिरौती वसूलने की कोशिश की,” वॉल स्ट्रीट जर्नल की एक रिपोर्ट में उल्लेख किया गया है. इस मामले ने पूरे अमेरिका को झकझोर दिया. दोनों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई, लेकिन लोएब की 1936 में जेल में हत्या कर दी गई. लियोपोल्ड को बाद में पैरोल पर रिहा किया गया. उनकी बौद्धिक क्षमता, जो हार्वर्ड में निखरी, इस अपराध की योजना में स्पष्ट थी, लेकिन इसका परिणाम विनाशकारी रहा.
यूना बॉम्बर: टेड काजिंस्की, जिन्हें ‘यूना बॉम्बर’ के नाम से जाना जाता है, हार्वर्ड से गणित में स्नातक थे. उन्होंने 1978 से 1995 तक अमेरिका में बम विस्फोटों की एक श्रृंखला को अंजाम दिया, जिसमें तीन लोगों की मौत हुई और 23 घायल हुए. उनकी बौद्धिक प्रतिभा ने उन्हें जटिल बम बनाने में सक्षम बनाया, लेकिन उनकी हरकतों ने समाज में भय पैदा किया. 1996 में उनकी गिरफ्तारी के बाद, उन्हें आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई. काजिंस्की का मामला हार्वर्ड के इतिहास में एक काला अध्याय है. अपराध की ओर मोड़ये मामले दर्शाते हैं कि शिक्षा का उपयोग गलत दिशा में भी हो सकता है. हार्वर्ड जैसे संस्थान बौद्धिक विकास के लिए जाने जाते हैं, लेकिन कुछ व्यक्ति अपनी प्रतिभा का दुरुपयोग करते हैं. इन अपराधियों की कहानियाँ समाज के लिए एक चेतावनी हैं कि शिक्षा के साथ नैतिकता का होना भी आवश्यक है.