Israel-Iran conflict: इजरायल से बढ़ते तनाव के बीच ईरान ने दिखाई दरियादिली, अपने ही विमान से 1000 भारतीय छात्रों को पहुंचाएगा दिल्ली

Published on: 20 Jun 2025 | Author: Garima Singh
Indians in Iran: ईरान और इजरायल में बढ़ते तनाव के बीच ईरान ने भारत के लिए अपने हवाई क्षेत्र प्रतिबंधों में ढील देने दी है. यह कदम भारतीय नागरिकों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है. इस निर्णय से विशेष रूप से छात्रों सहित करीब 1,000 भारतीय नागरिकों को स्वदेश लौटने में मदद मिलेगी.
ईरान ने भारतीय नागरिकों की वापसी के लिए तीन विशेष उड़ानों की व्यवस्था की है, जो मशहद शहर से संचालित होंगी. पहली उड़ान शुक्रवार रात को भारत पहुंचने की उम्मीद है, जबकि शेष दो उड़ानें शनिवार दोपहर तक भारत पहुचेंगी. ईरानी अधिकारियों ने आश्वासन दिया है कि यदि जरूरत पड़ी तो अतिरिक्त उड़ानों का प्रबंध भी किया जाएगा. ईरानी प्रशासन ने यह भी साफ़ किया है कि ईरान में मौजूद सभी भारतीय नागरिक पूरी तरह सुरक्षित हैं. अधिकारियों का कहना है, "हम भारतीय नागरिकों की सुरक्षा को प्राथमिकता दे रहे हैं और उनकी सुगम वापसी के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं.''
'ऑपरेशन सिंधु' के तहत छात्रों की वापसी
इस सप्ताह की शुरुआत में, भारत सरकार ने 'ऑपरेशन सिंधु' के तहत 110 छात्रों को सफलतापूर्वक ईरान से निकाला। इनमें से अधिकांश छात्र जम्मू-कश्मीर के थे। इन छात्रों को पहले अर्मेनिया ले जाया गया और फिर दोहा के रास्ते गुरुवार सुबह वे दिल्ली पहुंचे। यह अभियान भारत सरकार की त्वरित कार्रवाई और समन्वय का एक उत्कृष्ट उदाहरण है।
इजरायल से भी निकासी की तैयारी
भारत सरकार ने इजरायल में फंसे अपने नागरिकों की वापसी के लिए भी कदम उठाए हैं. विदेश मंत्रालय ने एक आधिकारिक बयान में कहा, "इजरायल और ईरान के बीच हालिया घटनाक्रम को देखते हुए, भारत सरकार ने उन भारतीय नागरिकों को इजरायल से निकालने का फैसला किया है जो वहां से जाना चाहते हैं."
बयान में आगे कहा गया, "इजरायल से भारत तक उनकी यात्रा भूमि सीमा के माध्यम से और उसके बाद हवाई मार्ग से भारत तक सुगम होगी.'' यह व्यवस्था इसलिए की जा रही है क्योंकि इजरायल पर लगे हवाई क्षेत्र प्रतिबंधों ने हवाई यात्रा को सीमित कर दिया है.
भारत सरकार का सक्रिय रुख
भारत सरकार ने इस संकट के दौरान अपने नागरिकों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है. ईरान और इजरायल दोनों जगहों से भारतीयों की सुरक्षित वापसी के लिए त्वरित और प्रभावी कदम उठाए जा रहे हैं. यह कदम न केवल भारतीय नागरिकों के लिए राहत लेकर आया है, बल्कि वैश्विक मंच पर भारत की संकट प्रबंधन क्षमता को भी प्रदर्शित करता है.