वैटिकन की सिस्टीन चैपल की पतली सी चिमनी से निकला सफेद धुंआ, भारत-पाक युद्ध के बीच कार्डिनल रॉबर्ट प्रीवोस्ट बने नए पोप

Published on: 08 May 2025 | Author: Shanu Sharma
Robert Prevost New Pope: ईसाइयों के सबसे बड़े धर्मगुरु पोप फ्रांसिस के निधन के बाद दुनिया को नया पोप मिल गया है. दो दिनों तक चले चयन प्रक्रिया के बाद पहली बार अमेरिका के कार्डिनल को पोप के रूप में चुना गया है. मिल रही जानकारी के मुताबिक रॉबर्ट प्रीवोस्ट को पोप पद दिया गया है, जिन्हें पोप लियो के नाम से दुनिया भर में पहचाना जाएगा.
रॉबर्ट फ्रांसिस प्रीवोस्ट अमेरिका के कैथोलिक नेता है. रॉबर्ट फ्रांसिस का जन्म 14 सितंबर 1955 को शिकागो में हुआ. उनके माता-पिता मूल रूप से फ्रांसीसी, इतालवी और स्पेनिश थे . उन्होंने रोम से कैनन लॉ में डॉकटरेट किया है.
कौन हैं कार्डिनल प्रीवोस्ट?
कार्डिनल प्रीवोस्ट ने अपने जीवन का अधिकांश समय पेरू में एक मिशनरी के रूप में बिताया है. 2023 में उन्हें कार्डिनल बनाया गया, लेकिन वैश्विक स्तर पर वे अभी भी कम चर्चित हैं और मीडिया से दूरी बनाए रखते हैं. स्वर्गीय पोप फ्रांसिस ने 2023 में उन्हें वेटिकन में एक महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी, जहां वे विश्व भर के बिशप नामांकन की जांच करने वाले शक्तिशाली कार्यालय के प्रमुख बने. यह कैथोलिक चर्च के सबसे प्रभावशाली पदों में से एक है.
इस भूमिका ने प्रीवोस्त को कॉन्क्लेव में विशेष महत्व दिलाया, जो अन्य कार्डिनल्स के लिए दुर्लभ था. हालांकि, उनकी अमेरिकी नागरिकता उनके लिए एक चुनौती रही. संयुक्त राज्य अमेरिका की भू-राजनीतिक ताकत के कारण, अमेरिकी पोप की नियुक्ति लंबे समय से वर्जित मानी जाती है. फिर भी, शिकागो में जन्मे प्रीवोस्त पेरू के नागरिक भी हैं.
सर्वोच्च पद पर नियुक्त के लिए फ्रांसिस की पसंद
प्रीवोस्त को 13वीं शताब्दी में सेंट ऑगस्टीन द्वारा स्थापित ऑगस्टीनियन धार्मिक आदेश का दो बार प्रमुख नेता चुना गया. यह आदेश 50 देशों में सक्रिय है और समुदाय, समानता पर जोर देता है. पोप फ्रांसिस ने 2014 में उन्हें पेरू में प्रशासक और बाद में चिक्लेयो के आर्कबिशप के रूप में नियुक्त किया. 2015 में उन्होंने पेरू की नागरिकता ग्रहण की और 2023 में लैटिन अमेरिका के लिए पोंटिफिकल कमीशन का नेतृत्व करने रोम बुलाए गए.
रोम में रहते हुए प्रीवोस्त ने कम प्रोफाइल रखी, लेकिन लैटिन अमेरिका के कैथोलिक नेताओं के साथ उनका संपर्क मजबूत रहा. उन्होंने फ्रांसिस के क्रांतिकारी सुधारों में योगदान दिया, जिसमें बिशप नामांकन के लिए वोटिंग ब्लॉक में तीन महिलाओं को शामिल करना शामिल है. 2025 में फ्रांसिस ने उन्हें कार्डिनल्स के सर्वोच्च पद पर नियुक्त कर अपनी पसंद स्पष्ट की. प्रीवोस्त के पुराने मित्र रेव. मार्क फ्रांसिस ने बताया कि वे सामाजिक न्याय और गरीबों के प्रति फ्रांसिस की नीतियों के समर्थक हैं.