कौन हैं वह महिला जिन्होंने साइप्रस में पैर छूकर भारतीय संस्कृति में किया पीएम मोदी का स्वागत? पीएम ने भी रख दिया सिर पर हाथ

Published on: 16 Jun 2025 | Author: Garima Singh
PM Modi in Cyprus: साइप्रस की राजधानी निकोसिया में निकोसिया परिषद की सदस्य मिशेला काइथरेओटी म्हाल्पा ने भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अनोखे अंदाज में स्वागत किया. म्हाल्पा ने पीएम मोदी के पैर छूकर भारतीय संस्कृति के प्रति सम्मान व्यक्त किया. यह केंद्र साइप्रस की सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक है, जो ग्रीक और तुर्की साइप्रस को विभाजित करने वाली ग्रीन लाइन के साथ स्थित है.
इससे पहले 2023 में, पापुआ न्यू गिनी के प्रधानमंत्री जेम्स मारपे ने भी पीएम मोदी का स्वागत अपने देश की परंपराओं को तोड़ते हुए किया था. सूर्यास्त के बाद स्वागत न करने की परंपरा के बावजूद, मारपे ने न केवल लाल कालीन बिछाकर, बल्कि तोपों की सलामी और व्यक्तिगत रूप से पैर छूकर मोदी का अभिनंदन किया था.
#WATCH | Cyprus | Michaela Kythreoti Mhlapa, Member of Council of Nicosia, while welcoming PM Modi at the historic Centre of Nicosia, touched PM Modi's feet as a mark of respect. The PM appreciated her for being familiar with the Indian culture. pic.twitter.com/jTyZ8HJknf
— ANI (@ANI) June 16, 2025
साइप्रस यात्रा का सामरिक महत्व
23 सालों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की साइप्रस की यह पहली यात्रा है, जो कूटनीतिक और सामरिक दृष्टिकोण से अत्यंत महत्वपूर्ण है. साइप्रस के राष्ट्रपति निकोस क्रिस्टोडौलिडेस के निमंत्रण पर पीएम मोदी 100 अधिकारियों के उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल के साथ वहां पहुंचे हैं. यह यात्रा 'ऑपरेशन सिंदूर' के बाद पाकिस्तान के खिलाफ सैन्य कार्रवाई के पश्चात उनकी पहली अंतरराष्ट्रीय यात्रा है. साइप्रस जो 1974 से तुर्की के कब्जे वाले क्षेत्र के साथ जटिल भू-राजनीतिक स्थिति का सामना कर रहा है, भारत के लिए एक महत्वपूर्ण सहयोगी बनकर उभर रहा है. यह दौरा तुर्की के लिए भी एक मजबूत कूटनीतिक संदेश के रूप में देखा जा रहा है.
आगे की यात्रा और वैश्विक मंच
साइप्रस यात्रा पीएम मोदी की तीन देशों की यात्रा का पहला पड़ाव है. इसके बाद वे जी-7 शिखर सम्मेलन के लिए कनाडा और फिर क्रोएशिया जाएंगे, जो किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली क्रोएशिया यात्रा होगी. साइप्रस के साथ भारत के आर्थिक, सामरिक और भू-राजनीतिक संबंधों को और मजबूत करने की दिशा में यह यात्रा एक मील का पत्थर साबित होगी.