पाकिस्तानी भिखारियों से भर गई थी दुनिया, 11 महीनों में हजारों को किया गया डिपोर्ट, मुस्लिम देशों ने भी की इंटरनेशनल बेइज्जती
Published on: 18 Dec 2025 | Author: Antima Pal
इस्लामाबाद: पाकिस्तान के लिए एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शर्मनाक स्थिति पैदा हो गई है. हाल ही में सामने आए आंकड़ों के अनुसार इस साल विभिन्न देशों से हजारों पाकिस्तानी नागरिकों को निर्वासन (डिपोर्ट) का सामना करना पड़ा है. इनमें से अधिकांश मामले भीख मांगने, वीजा उल्लंघन और अवैध प्रवास से जुड़े हैं.
फेडरल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (एफआईए) के अधिकारियों ने संसद की एक समिति को बताया कि साल 2025 में अब तक करीब 52,000 पाकिस्तानी नागरिकों को 41 देशों से वापस भेजा गया है. यह आंकड़ा पिछले 11 महीनों का है, जिसमें औसतन रोजाना 155 पाकिस्तानी निर्वासित हो रहे हैं. इनमें से लगभग 37,000 लोग भीख मांगते पकड़े गए थे. सबसे ज्यादा मामले सऊदी अरब से सामने आए हैं, जहां से कुल 56,000 पाकिस्तानी निर्वासित किए गए हैं, जिनमें से 24,000 सिर्फ इस साल के हैं.
एक बार फिर पाकिस्तान की हुई इंटरनेशनल बेइज्जती
इसके अलावा संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) से 6,000 और अजरबैजान से 2,500 पाकिस्तानी वापस भेजे गए. अन्य देशों जैसे कुवैत, बहरीन, ओमान और कतर से भी बड़ी संख्या में निर्वासन हुए हैं. यह समस्या नई नहीं है. पाकिस्तानी नागरिक अक्सर उमराह या टूरिस्ट वीजा का दुरुपयोग कर खाड़ी देशों में जाते हैं और वहां सड़कों पर या मस्जिदों के बाहर भीख मांगते हैं. इससे न केवल पाकिस्तान की छवि खराब हो रही है, बल्कि इन देशों ने पाकिस्तानियों के लिए वीजा नियमों को और सख्त कर दिया है.
सऊदी ने 24000 पाकिस्तानियों को निकाला
एफआईए ने इस साल संगठित गिरोहों को रोकने के लिए 66,000 से ज्यादा यात्रियों को हवाई अड्डों से वापस भेजा है. यह संख्या पिछले साल की तुलना में दोगुनी से ज्यादा है. पाकिस्तान में आर्थिक संकट गहराने के कारण लोग बेहतर जीवन की तलाश में विदेश जा रहे हैं, लेकिन कई मामलों में वे अवैध तरीके अपनाते हैं. इससे न केवल वे खुद मुश्किल में पड़ते हैं, बल्कि पूरे देश की प्रतिष्ठा प्रभावित होती है.