सिडनी आतंकी हमले के बीच पुलिस ने चलाया बड़ा ऑपरेशन, हिरासत में 7 संदिग्ध; प्रधानमंत्री ने हेटर्स को जड़ से खत्म करने का लिया संकल्प
Published on: 18 Dec 2025 | Author: Anuj
नई दिल्ली: सिडनी में हुए हमले की जांच के बीच गुरुवार को शहर के एक इलाके में पुलिस ने बड़ा सुरक्षा अभियान चलाया. पुलिसकर्मियों ने एक संदिग्ध कार को टक्कर मारकर रोका और सात लोगों को हिरासत में ले लिया. न्यू साउथ वेल्स पुलिस के अनुसार, उन्हें सूचना मिली थी कि किसी हिंसक घटना को अंजाम देने की योजना बनाई जा सकती है. इसी इनपुट के आधार पर दो वाहनों को रोका और कार्रवाई की गई.
तस्वीरों में क्या दिखा
पुलिस द्वारा जारी की गई तस्वीरों में देखा जा सकता है कि कई संदिग्ध लोग सड़क पर बैठे हुए थे, जबकि चारों ओर कैमुफ्लाज वर्दी में सशस्त्र पुलिसकर्मी मौजूद थे. संदिग्धों को बंदूक के बल पर रोका गया, जमीन पर उल्टा लिटाया गया और उनके हाथ बांधकर तलाशी ली गई. इस दौरान एक व्यक्ति के घायल होने के संकेत भी मिले, जिसके शरीर पर खून के निशान दिखाई दिए.
🚨 During a heavily-armed police operation, Australian officers have arrested seven men in Liverpool, near Sydney.
— Mélanie Lacide 🎗 מזל (@MelanieLacide) December 18, 2025
They are believed to have been on their way to Bondi Beach and are suspected to have planned another terror attack. #bondiattack pic.twitter.com/hNrZA2xDC6
हैचबैक कार में सवार थे संदिग्ध लोग
पुलिस ने स्पष्ट किया है कि इस ऑपरेशन का बॉन्डी बीच में हुए आतंकी हमले की मौजूदा जांच से कोई सीधा संबंध नहीं पाया गया है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, हिरासत में लिए गए लोग विक्टोरिया नंबर प्लेट वाली एक सफेद हैचबैक कार में सवार थे. बताया गया है कि उनके पास हथियार भी मौजूद थे. पुलिस का कहना है कि फिलहाल यह ऑपरेशन पूरा हो चुका है और मामले की आगे जांच जारी है.
बोंडी बीच हमले में 15 लोगों की मौत
गौरतलब है कि सिडनी के बॉन्डी बीच पर रविवार शाम यहूदी विरोधी हमले में 15 लोगों की जान चली गई थी. इस हमले के आरोप साजिद अकरम और उनके बेटे नावेद पर लगाए गए हैं. यह घटना ऑस्ट्रेलिया में लगभग 30 वर्षों में सबसे गंभीर मानी जा रही है, जिसने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया.
प्रधानमंत्री का सख्त संदेश
प्रधानमंत्री एंथनी अल्बानीज ने कहा कि चरमपंथ और यहूदी विरोधी नफरत को जड़ से खत्म किया जाएगा. उन्होंने पीड़ित परिवारों के साथ एकजुटता जताई और शांति बनाए रखने की अपील की. अल्बानीज के अनुसार, नफरत फैलाने वालों के लिए समाज में कोई जगह नहीं होगी और कानून पूरी सख्ती से लागू किए जाएंगे. सरकार नए अधिकारों पर काम कर रही है, जिनमें उग्र प्रचारकों पर कार्रवाई, नफरत फैलाने वालों के वीजा रद्द करने की क्षमता और ऐसे संगठनों की सूची बनाना शामिल है.