Operation Sindoor: पाकिस्तानी सेना के पूर्व मेजर और सांसद ने अल्लाह से मांगी रहम की भीख, देखें संसद में दहाड़ मारकर रोने का वीडियो

Published on: 08 May 2025 | Author: Mayank Tiwari
भारत के ‘ऑपरेशन सिंदूर’ ने पाकिस्तान में भय का माहौल पैदा कर दिया है. यह सैन्य अभियान 22 अप्रैल को पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में शुरू किया गया था, जिसमें दर्जनों लोग मारे गए थे. पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में इस डर की झलक तब दिखी, जब सांसद ताहिर इकबाल बहस के दौरान भावुक हो गए और रोते हुए बोले, “या खुदा, आज बचा लो.” उनकी यह प्रार्थना पाकिस्तान में फैली बेचैनी को दर्शाती है. भारत-पाकिस्तान संबंध पहलगाम नरसंहार के बाद गंभीर मोड़ पर पहुंच गए हैं.
ऑपरेशन सिंदूर की ताकत
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और पीओके में आतंकी ठिकानों पर सटीक मिसाइल हमले किए. यह अभियान 1971 के भारत-पाक युद्ध के बाद सबसे बड़े सैन्य तनावों में से एक है. भारतीय सेना ने गहरी पैठ वाली मिसाइलों से आतंकी शिविरों को नष्ट किया, जिससे पाकिस्तान में हड़कंप मच गया. रक्षा सूत्रों के अनुसार, गुरुवार सुबह भारत ने जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान के कई वायु रक्षा रडार और प्रणालियों को निशाना बनाया. लाहौर के पास एक प्रमुख वायु रक्षा प्रणाली को निष्क्रिय कर दिया गया.
Pakistani Parliament Member breaks down inside National Assembly of Pakistan after #OperationSindoor impact. Cries for help to Allah. This is Major Tahir Iqbal, former officer of Pakistan Army, now a Pakistani politician. This is the real mood in Pakistan. pic.twitter.com/Xeg7GzxRx4
— Aditya Raj Kaul (@AdityaRajKaul) May 8, 2025
पाकिस्तान की नाकाम कोशिश
वहीं, बुधवार (7 मई) की देर रात पाकिस्तान ने अमृतसर, कपूरथला, जालंधर, लुधियाना, बठिंडा, चंडीगढ़, पठानकोट, श्रीनगर, अवंतीपोरा, आदमपुर, फलोदी और भुज सहित 15 भारतीय शहरों पर ड्रोन और मिसाइल हमले की कोशिश की. लेकिन भारत की एकीकृत वायु रक्षा प्रणाली ने सभी प्रोजेक्टाइल्स को हवा में ही नष्ट कर दिया, जिससे कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ.
पाकिस्तानी नेतृत्व का बदला रुख
पहलगाम हमले के बाद परमाणु धमकी देने वाले पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने अब नरम रुख अपनाया है. एक विदेशी चैनल को दिए इंटरव्यू में उन्होंने कहा, “पाकिस्तान अब युद्ध से बचना चाहता है. अगर भारत पीछे हटता है, तो इस्लामाबाद भी तनाव कम करने पर विचार करेगा.” यह उनके पहले के आक्रामक बयानों से स्पष्ट बदलाव है.