'सर्जिकल स्ट्राइक न हो जाए...', घातक कार्रवाई के डर से कांप रहा पाकिस्तान

Published on: 24 Apr 2025 | Author: Gyanendra Sharma
पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ सख्त कदम उठाते हुए 1960 के सिंधु जल समझौते को तत्काल प्रभाव से स्थगित कर दिया, जिससे पाकिस्तान में हड़कंप मच गया. इस समझौते के तहत पाकिस्तान को सिंधु, झेलम और चिनाब नदियों का 80% पानी मिलता है, जो उसकी कृषि, पेयजल और ऊर्जा जरूरतों के लिए लाइफलाइन है. भारत के इस फैसले से पाकिस्तान में जल संकट, खाद्य असुरक्षा और आर्थिक अस्थिरता का खतरा बढ़ गया है.
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने जवाब में गुरुवार को राष्ट्रीय सुरक्षा समिति की बैठक बुलाई, जिसमें सैन्य और असैन्य नेतृत्व शामिल होगा. वहीं, पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने चेतावनी दी कि भारत का कोई भी आक्रामक कदम, जैसे सर्जिकल स्ट्राइक, "दुर्भाग्यपूर्ण" होगा, लेकिन पाकिस्तान उसका जवाब देगा. उन्होंने 2019 में भारतीय वायुसेना की बालाकोट स्ट्राइक का जिक्र करते हुए कहा कि पाकिस्तान ने तब भी जवाब दिया था और भविष्य में भी ऐसा ही करेगा.
पाकिस्तान की बेचैनी
आसिफ का बयान पाकिस्तान की बेचैनी को दर्शाता है, क्योंकि सिंधु जल समझौते का निलंबन उसके लिए आर्थिक और सामरिक रूप से भारी पड़ सकता है. पाकिस्तान ने भारत के इस कदम को अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन बताया और कहा कि इससे पंजाब और सिंध के किसानों को नुकसान होगा. हालांकि, भारत ने स्पष्ट किया है कि यह निलंबन तब तक रहेगा जब तक पाकिस्तान सीमा पार आतंकवाद को पूरी तरह बंद नहीं करता.
पाकिस्तान के खिलाफ एक्शन
इसके अलावा, भारत ने अन्य कदम भी उठाए, जैसे अटारी बॉर्डर बंद करना, पाकिस्तानी नागरिकों के वीजा रद्द करना, और 48 घंटे में भारत छोड़ने का आदेश देना. दोनों देशों के उच्चायोगों में कर्मचारियों की संख्या घटाकर 30 करने और सैन्य सलाहकारों को वापस बुलाने का फैसला भी लिया गया. पाकिस्तान की प्रतिक्रिया में घबराहट और रक्षात्मक रुख साफ दिखता है. पहलगाम में 22 अप्रैल को आतंकी हमला हुआ. इस हमले में 26 लोग मारे गए.