क्या चीन को तबाह कर देंगे ट्रंप, टैरिफ को बढ़ाकर 145% किया; अब क्या होगा ड्रैगन का अगला कदम?

Published on: 10 Apr 2025 | Author: Sagar Bhardwaj
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीन के साथ व्यापार युद्ध को और गहरा कर दिया है. व्हाइट हाउस के एक अधिकारी ने सीएनबीसी को पुष्टि की कि चीनी आयात पर टैरिफ अब 145% तक पहुंच गया है, जिसकी जानकारी ब्लूमबर्ग ने भी दी. ट्रंप के नवीनतम कार्यकारी आदेश ने टैरिफ को 84% से बढ़ाकर 125% कर दिया, साथ ही चीन की कथित फेंटेनाइल तस्करी से जुड़े 20% अतिरिक्त शुल्क को जोड़ा गया. यह कदम अमेरिका-चीन व्यापार गतिरोध में बढ़ती खाई का संकेत देता है.
टैरिफ में तेज उछाल
दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था पर शुल्कों में यह भारी वृद्धि एक जवाबी व्यापार युद्ध के बीच आई है, जिसने वैश्विक वित्तीय बाजारों को हिलाकर रख दिया और कारोबारियों के लिए अनिश्चितता बढ़ा दी. ट्रंप प्रशासन की टैरिफ नीति में भ्रम की स्थिति बनी हुई है, क्योंकि अलग-अलग देशों पर अलग-अलग दरें लागू की गई हैं. बुधवार को ट्रंप ने अन्य अमेरिकी व्यापारिक साझेदारों पर व्यापक बढ़ोतरी को टाल दिया, जिससे वैश्विक बाजारों को कुछ राहत मिली, लेकिन चीन पर अब तक का सबसे ऊंचा टैरिफ थोपकर दबाव बढ़ा दिया.
90 दिन का स्थगन, लेकिन चीन पर सख्ती
इससे पहले, ट्रंप ने अपने व्यापक "पारस्परिक टैरिफ" योजना पर 90 दिनों का स्थगन घोषित किया था, जिससे अस्थिर बाजारों को थोड़ी राहत मिली. लेकिन इसमें एक नया मोड़ आया- चीनी सामानों पर टैरिफ 104% से बढ़ाकर 125% कर दिया गया. यह बीजिंग के साथ चल रहे व्यापारिक टकराव में तेज वृद्धि का संकेत है. सीएनबीसी के अनुसार, यह कदम चीन को अलग-थलग करने और उसकी अर्थव्यवस्था पर दबाव बनाने की रणनीति का हिस्सा है.
वैश्विक प्रभाव
टैरिफ में यह उछाल न केवल अमेरिका-चीन संबंधों को प्रभावित कर रहा है, बल्कि वैश्विक आपूर्ति श्रृंखलाओं और निवेशकों के भरोसे को भी झटका दे रहा है. विशेषज्ञों का मानना है कि यह व्यापार युद्ध लंबे समय तक अनिश्चितता का माहौल बनाए रख सकता है.