कौन हैं भारतीय मूल के जोरन ममदानी, जो बन सकते हैं न्यूयॉर्क शहर के पहले मुस्लिम मेयर

Published on: 08 Jun 2025 | Author: Gyanendra Tiwari
Joran Mamdani: न्यूयॉर्क शहर के 2025 मेयर चुनाव में 33 साल के जोहरन ममदानी एक आश्चर्यजनक उम्मीदवार के रूप में उभरे हैं. भारतीय मूल के इस डेमोक्रेटिक सोशलिस्ट ने अपनी प्रगतिशील नीतियों और सामाजिक न्याय के प्रति प्रतिबद्धता के दम पर ध्यान खींचा है. अमेरिकी सांसद एलेक्जेंड्रिया ओकासियो-कोर्टेज (एओसी) के समर्थन ने उनकी स्थिति को और मजबूत किया है. अगर जोहरन जीतते हैं, तो वह न्यूयॉर्क शहर के पहले मुस्लिम और भारतीय मूल के मेयर बनेंगे. उनकी कहानी, उनके वादे और उनकी चुनौतियां उन्हें इस रेस में एक अनूठा उम्मीदवार बनाती हैं.
जोहरन ममदानी का परिचय
जोहरन ममदानी का जन्म युगांडा की राजधानी कम्पाला में हुआ था. सात साल की उम्र में वह अपने परिवार के साथ न्यूयॉर्क शहर आ गए और बाद में अमेरिकी नागरिक बने. उनकी मां मीरा नायर एक मशहूर भारतीय-अमेरिकी फिल्म निर्माता हैं, जिन्होंने स्लम बॉम्बे और मिसिसिपी मसाला जैसी फिल्में बनाई हैं. उनके पिता महमूद ममदानी कोलंबिया यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर और उपनिवेशवाद पर अध्ययन करने वाले विद्वान हैं. जोहरन ने कॉलेज में स्टूडेंट्स फॉर जस्टिस इन फलस्तीन चैप्टर की सह-स्थापना की थी, जो उनके सामाजिक कार्यों की शुरुआत थी.
2020 में जोहरन क्वींस जिले से न्यूयॉर्क स्टेट असेंबली के लिए चुने गए.उनकी सबसे बड़ी उपलब्धि थी शहर की कुछ बसों को एक साल के लिए मुफ्त करने वाला पायलट प्रोग्राम, जिसने कई न्यूयॉर्कवासियों का ध्यान खींचा.
मेयर चुनाव में जोहरन की रणनीति
जोहरन ममदानी की मेयर चुनाव की मुहिम बड़े-बड़े वादों पर टिकी है. वह न्यूयॉर्क को और किफायती बनाने की बात करते हैं.उनकी मुख्य नीतियां हैं:
- मुफ्त बस सेवा: जोहरन चाहते हैं कि शहर की सभी बसें मुफ्त हों और तेज चलें.
- किराए पर नियंत्रण: किराए-नियंत्रित अपार्टमेंट्स के लिए किराया स्थिर करना.
- मुफ्त चाइल्डकेयर: बच्चों की देखभाल मुफ्त करने की योजना.
- किफायती आवास: नए किफायती घर बनाना.
- अमीरों पर टैक्स: धनवानों पर टैक्स बढ़ाकर इन योजनाओं के लिए फंड जुटाना.
ये वादे सोशल मीडिया पर अच्छी तरह से बनाए गए वीडियो के जरिए लोगों तक पहुंचाए जा रहे हैं, खासकर युवाओं और प्रगतिशील मतदाताओं के बीच.लेकिन आलोचकों का कहना है कि इन योजनाओं के लिए पैसा जुटाना मुश्किल होगा, क्योंकि इनमें से कई को राज्य विधानमंडल और गवर्नर की मंजूरी चाहिए.
समर्थन और चुनौतियां
जोहरन की लोकप्रियता, खासकर युवा और प्रगतिशील न्यूयॉर्कवासियों के बीच, तेजी से बढ़ी है. डेमोक्रेटिक सोशलिस्ट्स ऑफ अमेरिका (डीएसए) और वर्किंग फैमिलीज पार्टी ने उनका समर्थन किया है. एओसी का समर्थन उनके लिए एक बड़ा मौका है, क्योंकि यह न्यूयॉर्क के प्रगतिशील समुदाय में उनकी स्थिति को मजबूत करता है.
हालांकि, जोहरन को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है.वह बॉयकॉट, डिवेस्टमेंट, और सैंक्शन्स (बीडीएस) आंदोलन का समर्थन करते हैं और गाजा में इजरायल की कार्रवाइयों की आलोचना करते हैं. उन्होंने इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को न्यूयॉर्क में गिरफ्तार करने की बात कही है, जिसके कारण कुछ यहूदी मतदाता उनसे नाराज हैं. यह उनकी राह में एक बड़ी बाधा हो सकती है, क्योंकि न्यूयॉर्क में यहूदी मतदाता एक महत्वपूर्ण समूह हैं.
इसके अलावा, जोहरन को पूर्व गवर्नर एंड्रयू क्यूमो से कड़ी टक्कर मिल रही है, जो इस रेस में सबसे आगे हैं. एक हालिया पोल में क्यूमो को 35% और जोहरन को 23% समर्थन मिला. रैंक-चॉइस वोटिंग में क्यूमो 54% के साथ जीत रहे हैं, जबकि जोहरन 46% पर हैं. जोहरन को जीत के लिए प्रगतिशील मतदाताओं के साथ-साथ मध्यमार्गी मतदाताओं को भी अपने पक्ष में करना होगा.
न्यूयॉर्क का भविष्य और जोहरन की दृष्टि
जोहरन ममदानी न्यूयॉर्क को एक ऐसा शहर बनाना चाहते हैं जहां कामकाजी लोग आसानी से रह सकें. वह कहते हैं कि न्यूयॉर्क की सबसे बड़ी समस्या है रहने की लागत, और इसे कम करना मेयर के रूप में उनकी प्राथमिकता होगी. उनकी सोशल मीडिया रणनीति, खासकर टिकटॉक और इंस्टाग्राम पर उनकी मौजूदगी, ने उन्हें युवाओं में लोकप्रिय बनाया है.
जोहरन ने अपने अभियान में दक्षिण एशियाई और मुस्लिम समुदायों को भी सक्रिय करने की कोशिश की है.न्यूयॉर्क में करीब 10 लाख मुस्लिम हैं, जिनमें से 3.5 लाख मतदाता हैं, लेकिन पिछले मेयर चुनाव में केवल 12% ने वोट डाला था. जोहरन इन मतदाताओं को प्रेरित करना चाहते हैं.
विवाद और आलोचनाएं
जोहरन की कुछ टिप्पणियों ने विवाद को जन्म दिया है. क्वींस की काउंसिलवुमन विकी पलादिनो ने उन्हें "रैडिकल लेफ्टिस्ट" कहा और उनकी निर्वासन की मांग की, भले ही वह अमेरिकी नागरिक हैं. जोहरन ने इसका जवाब देते हुए कहा कि यह न्यूयॉर्क की विविधता पर हमला है. कुछ सोशल मीडिया पोस्ट्स में उन पर हिंदू-विरोधी टिप्पणियां करने का आरोप लगा, जिसे उनके अभियान ने खारिज किया.
क्या जोहरन इतिहास रच पाएंगे?
जोहरन ममदानी की मेयर उम्मीदवारी न्यूयॉर्क के लिए एक नया अध्याय हो सकती है. वह न केवल शहर का पहला मुस्लिम और भारतीय मूल का मेयर बनने की राह पर हैं, बल्कि एक ऐसी दृष्टि पेश कर रहे हैं जो युवाओं, अल्पसंख्यकों और कामकाजी वर्ग को आकर्षित करती है. हालांकि, उनकी प्रगतिशील नीतियां और इजरायल-विरोधी रुख कुछ मतदाताओं को दूर कर सकते हैं. 24 जून को होने वाला डेमोक्रेटिक प्राइमरी और 4 नवंबर का सामान्य चुनाव यह तय करेगा कि क्या जोहरन न्यूयॉर्क के अगले मेयर बन पाएंगे.