IND vs ENG: शुभमन गिल बने दोहरा शतक लगाने वाले दूसरे युवा भारतीय कप्तान, जानें पहले नंबर पर कौन?

Published on: 03 Jul 2025 | Author: Garima Singh
IND vs ENG: भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान शुभमन गिल ने गुरुवार को टेस्ट क्रिकेट में एक नया कीर्तिमान स्थापित किया. उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ बर्मिंघम में खेले जा रहे दूसरे टेस्ट के दूसरे दिन दोहरा शतक जड़कर इतिहास रच दिया. 25 साल और 298 दिन की उम्र में यह उपलब्धि हासिल करने वाले गिल टेस्ट क्रिकेट में दोहरा शतक लगाने वाले दूसरे सबसे युवा भारतीय कप्तान बन गए. इस शानदार प्रदर्शन के साथ उन्होंने दिग्गज खिलाड़ियों जैसे सचिन तेंदुलकर और विराट कोहली को पीछे छोड़ दिया.
दिन की शुरुआत 114 रन के स्कोर से करने वाले गिल ने अपनी शानदार फॉर्म को बरकरार रखते हुए इंग्लिश परिस्थितियों में बल्ले से कमाल दिखाया. यह उनकी टेस्ट करियर की सर्वोच्च पारी थी, जिसने न केवल भारतीय प्रशंसकों को गर्व महसूस कराया, बल्कि क्रिकेट जगत में उनकी प्रतिष्ठा को और मजबूत किया. गिल की इस पारी ने साबित कर दिया कि वह लंबे प्रारूप में भी उतने ही खतरनाक बल्लेबाज हैं, जितने सीमित ओवरों के क्रिकेट में.
रिकॉर्ड्स की नई ऊंचाइयां
गिल ने यह दोहरा शतक तब बनाया, जब उनकी उम्र 25 साल और 298 दिन थी. इस उपलब्धि के साथ उन्होंने सचिन तेंदुलकर (26 साल और 189 दिन) और विराट कोहली (27 साल और 260 दिन) को पीछे छोड़ा. हालांकि, मंसूर अली खान पटौदी (23 साल और 39 दिन) अभी भी टेस्ट में दोहरा शतक लगाने वाले सबसे युवा भारतीय कप्तान बने हुए हैं. गिल इस सूची में दूसरे स्थान पर काबिज हो गए हैं.
भारतीय कप्तानों के बीच खास स्थान
शुभमन गिल अब मंसूर अली खान पटौदी, सुनील गावस्कर, सचिन तेंदुलकर, एमएस धोनी और विराट कोहली के बाद टेस्ट में दोहरा शतक लगाने वाले छठे भारतीय कप्तान बन गए हैं. जहां कोहली ने कप्तान के तौर पर सात दोहरे शतक बनाए, वहीं बाकी सभी ने एक-एक दोहरा शतक अपने नाम किया. गिल की यह पारी इसलिए भी खास है, क्योंकि यह नौ साल बाद किसी भारतीय कप्तान द्वारा विदेशी धरती पर बनाया गया पहला दोहरा शतक है. इससे पहले कोहली ने 2016 में वेस्टइंडीज के खिलाफ नॉर्थ साउंड में 200 रन बनाए थे.SENA देशों में अनोखा रिकॉर्डगिल ने SENA (दक्षिण अफ्रीका, इंग्लैंड, न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया) देशों में दोहरा शतक लगाने वाले पहले एशियाई कप्तान बनने का गौरव भी हासिल किया. इससे पहले श्रीलंका के तिलकरत्ने दिलशान ने 2011 में लॉर्ड्स में इंग्लैंड के खिलाफ 193 रन बनाकर चर्चा बटोरी थी. गिल का यह रिकॉर्ड एशियाई क्रिकेट के लिए एक ऐतिहासिक क्षण है.