यूपी में 900 लोग नजरबंद, रविवार को मुहर्रम से पहले पुलिस क्यों हुई अलर्ट?

Published on: 02 Jul 2025 | Author: Kuldeep Sharma
इस्लामिक कैलेंडर का पहला और सबसे महत्वपूर्ण महीनों में से एक, मुहर्रम, इस बार 27 जून 2025 से शुरू हुआ. यह महीना खासतौर पर शिया और सुन्नी मुस्लिम समुदायों के लिए आस्था, शोक और आत्मनियंत्रण का प्रतीक माना जाता है. मुहर्रम के 10वें दिन, जिसे "आशूरा" कहा जाता है, इमाम हुसैन की शहादत की याद में मनाया जाता है. यह दिन इस बार 6 जुलाई, रविवार को पड़ेगा.
राजपत्रित अवकाश की सूची के अनुसार, मुहर्रम का सबसे पवित्र दिन 'आशूरा' 6 जुलाई को मनाया जाएगा. इस दिन शिया समुदाय ताज़िया, मातम और जुलूसों के माध्यम से इमाम हुसैन की शहादत को याद करता है, जबकि सुन्नी समुदाय रोजा रखता है, नमाज़ पढ़ता है और दान करता है. चूंकि यह दिन रविवार को पड़ रहा है, जो पहले से अवकाश का दिन होता है, फिर भी सरकारी छुट्टी मान्य रहेगी और सभी सार्वजनिक कार्यालय, बैंक, स्कूल और डाकघर बंद रहेंगे.
शेयर बाजार और वित्तीय गतिविधियां भी रहेंगी स्थगित
मुहर्रम के दिन भारत के प्रमुख स्टॉक एक्सचेंज जैसे कि बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) में किसी प्रकार की ट्रेडिंग नहीं होगी. इसमें इक्विटी, मुद्रा डेरिवेटिव, ब्याज दर डेरिवेटिव, और सिक्योरिटीज लेंडिंग एंड बॉरोइंग (SLB) से संबंधित सभी गतिविधियां शामिल हैं. इसके अलावा, कई निजी संस्थानों और कॉर्पोरेट दफ्तरों में भी अवकाश रहेगा.
सौहार्द बनाए रखने के लिए प्रशासन अलर्ट
मुहर्रम के मौके पर संभावित तनाव से बचने के लिए उत्तर प्रदेश के संभल जिले में 900 से अधिक लोगों को एहतियातन नजरबंद किया गया है. जिलाधिकारी राजेन्द्र पेंसिया ने कहा है कि जो भी व्यक्ति सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश करेगा, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी और उसकी जमानत भी जब्त की जा सकती है.
वहीं, यूपी पुलिस महानिदेशक राजीव कृष्ण ने सभी पुलिस इकाइयों को निर्देश जारी किए हैं कि नए जुलूसों या मार्गों की अनुमति न दी जाए. साथ ही, जुलूसों में हथियारों के प्रदर्शन पर रोक रहेगी. राज्य भर में सीसीटीवी और ड्रोन से निगरानी, सुबह गश्त और आपत्तिजनक पोस्टरों की जांच जैसे कदम उठाए जा रहे हैं ताकि मुहर्रम शांतिपूर्वक और सुरक्षित माहौल में मनाया जा सके.