4 महीने पहले बने थे जुड़वा बच्चों के पिता, रुद्रप्रयाग हेलीकॉप्टर हादसे में गई जान, जानें क्या है पूरा मामला?

Published on: 15 Jun 2025 | Author: Mayank Tiwari
उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग में रविवार (15 जून) की सुबह गौरीकुंड के पास हुए हेलीकॉप्टर हादसे में जयपुर के 37 वर्षीय पायलट लेफ्टिनेंट कर्नल (सेवानिवृत्त) राजवीर सिंह चौहान सहित सात लोगों की जान चली गई. राजवीर हाल ही में अपनी चार महीने की जुड़वां संतानों और परिवार से मिलने के बाद 20 दिन पहले ही ड्यूटी पर लौटे थे.
मीडिया से बातचीत करते हुए लेफ्टिनेंट कर्नल (सेवानिवृत्त) राजवीर सिंह चौहान के पिता गोविंद चौहान ने बताया, "14 साल की शादी के बाद वह पिता बने थे. हम उनके चार महीने के जुड़वां बच्चों के लिए 30 जून को राजस्थानी जलवा पूजन समारोह की योजना बना रहे थे. लेकिन, अब सब खत्म हो गया."
केदारनाथ से गुप्तकाशी की उड़ान में त्रासदी
रविवार सुबह केदारनाथ से गुप्तकाशी जा रहा हेलीकॉप्टर रुद्रप्रयाग जिले में दुर्घटनाग्रस्त हो गया. इस हादसे में सात लोगों की मौत हो गई. लेफ्टिनेंट कर्नल (सेवानिवृत्त) राजवीर, जो भारतीय वायुसेना में 14 साल तक कप्तान रहे थे, उन्होंने पिछले साल अक्टूबर में देहरादून की एक निजी हेलीकॉप्टर सेवा कंपनी में नौकरी शुरू की थी. गोविंद ने बताया कि राजवीर के सहयोगी लेफ्टिनेंट वीके सिंह ने फोन कर सूचना दी कि हेलीकॉप्टर लैंडिंग से कुछ मिनट पहले दुर्घटनाग्रस्त हो गया. गोविंद ने कहा, "राजवीर 20 दिन पहले ही छुट्टी के बाद देहरादून लौटे थे. कौन सोच सकता था कि वह कभी वापस नहीं आएंगे.
सरकारी अधिकारियों ने जताया शोक
मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने कहा, "केदारनाथ में हेलीकॉप्टर हादसे में राजस्थान के पायलट और अन्य श्रद्धालुओं की मृत्यु की खबर अत्यंत दुखद है. ईश्वर दिवंगत आत्माओं को अपने चरणों में स्थान दें और शोकाकुल परिवार को यह आघात सहने की शक्ति प्रदान करें." युवा मंत्री कर्नल राज्यवर्धन सिंह ने X पर लिखा, "केदारनाथ जाते समय हेलीकॉप्टर हादसे में जयपुर के लेफ्टिनेंट कर्नल (सेवानिवृत्त) राजवीर सिंह चौहान जी की असमय मृत्यु अत्यंत पीड़ादायक है. इस दुख की घड़ी में पूरा राज्य चौहान परिवार के साथ है."
हादसे में अन्य पीड़ितों की हुई पहचान
बता दें कि, इस हादसे में अन्य छह पीड़ितों की पहचान राजकुमार सुरेश जायसवाल (41), श्रद्धा राजकुमार जायसवाल (35), काशी (23 माह), महाराष्ट्र निवासी; विक्रम (46), रुद्रप्रयाग निवासी; विनोद देव (66), और तुस्ती सिंह (29), उत्तर प्रदेश के बिजनौर निवासी के रूप में हुई है.