लंबे समय से बंद था ब्रिज, ऑरेंज अलर्ट के बीच नदी का बढ़ा जलस्तर तो देखने पहुंचे सैलानी, जानें कैसे टूटा इंद्रायणी नदी का पुल?
Published on: 15 Jun 2025 | Author: Garima Singh
Pune Bridge Collapse: पुणे जिले के मावल तहसील के तलेगांव दाभाडे के समीप कुंडमाला क्षेत्र में रविवार को एक दुखद हादसा हुआ, जब इंद्रायणी नदी पर बना एक पुराना लोहे का पुल ढह गया. भारी बारिश और नदी के तेज बहाव के कारण हुए इस हादसे में दो लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जबकि कई अन्य के बहने की आशंका जताई जा रही है. यह पुल कई महीनों से वाहनों के लिए बंद था, लेकिन पर्यटकों और स्थानीय लोगों की भीड़ के कारण यह हादसा हुआ.
पुणे में ऑरेंज अलर्ट के चलते मावल तहसील के लोकप्रिय पर्यटन स्थल, जैसे भुशी डैम और लोनावाला, 31 अगस्त तक बंद किए गए थे. इस वजह से पर्यटकों की भीड़ आस-पास के क्षेत्रों, खासकर कुंडमाला में इंद्रायणी नदी के किनारे, बढ़ गई. रविवार को लगभग 100-120 लोग नदी के बढ़ते जलस्तर का नजारा देखने के लिए इस पुराने पुल पर इकट्ठा हुए. कुछ लोग अपने दोपहिया वाहनों के साथ पुल पर चढ़ गए, जिससे पुल पर अतिरिक्त भार पड़ा. बताया जाता है कि खराब स्थिति में होने और अत्यधिक भार के कारण यह पुल अचानक ढह गया.
बचाव अभियान में जुटा प्रशासन
हादसे की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस, दमकल विभाग और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की टीमें तुरंत मौके पर पहुंचीं और बचाव कार्य शुरू किया. पुलिस के अनुसार, अब तक 5-6 लोगों को सुरक्षित निकाला जा चुका है, लेकिन 10-15 लोग अभी भी फंसे हुए बताए जा रहे हैं। स्थानीय लोगों का अनुमान है कि 25-30 लोग नदी की तेज धारा में बह गए हो सकते हैं. मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस हादसे पर दुख जताते हुए कहा, "कई लोग फंसे हुए हैं. एनडीआरएफ की टीम मौके पर जा रही है. हताहतों की संख्या की मैं अभी पुष्टि नहीं कर सकता. प्रशासन जो भी आवश्यक है वह कर रहा है." वहीं, स्थानीय विधायक सुनिल शेल्के ने दावा किया कि इस हादसे में पांच लोगों की मौत हुई है.
प्रशासन की लापरवाही पर सवाल
स्थानीय लोगों के अनुसार, इस पुल को तीन महीने पहले ही ट्रैफिक के लिए बंद कर दिया गया था, लेकिन इसे पूरी तरह से अवरुद्ध नहीं किया गया. इसकी खराब स्थिति और भारी बारिश के बावजूद पर्यटकों का वहां पहुंचना हादसे का प्रमुख कारण बना. प्रशासन द्वारा समय पर उचित कदम न उठाए जाने पर स्थानीय लोग सवाल उठा रहे हैं.
तत्काल राहत और बचाव कार्य जारी
पुणे के पिंपरी-चिंचवड़ पुलिस थाना क्षेत्र के अंतर्गत इस घटनास्थल पर एनडीआरएफ की टीमें और स्थानीय प्रशासन दिन-रात बचाव कार्य में जुटे हैं. जिला प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे नदी किनारे और खतरनाक स्थानों पर जाने से बचें. इस हादसे ने एक बार फिर पुराने ढांचों की मरम्मत और सुरक्षा मानकों पर ध्यान देने की जरूरत को उजागर किया है.