फेरारी से लेकर लेम्बोर्गिनी तक, भारत-पाकिस्तान जंग के बीच सबसे महंगी सुपरकारें हिमाचल में ही क्यों दिख रही ज्यादा

Published on: 09 May 2025 | Author: Reepu Kumari
फेरारी, लेम्बोर्गिनी और पोर्श सहित 19 लक्जरी सुपरकारों का एक काफिला हिमाचल प्रदेश में देखा गया है. ऐसे में लोगों के मन में सवाल आ रहे हैं कि इसके पीछे की क्या वजह हो सकती है. लक्जरी पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए चार दिवसीय सुपरकार ड्राइव के लिए हिमाचल प्रदेश का दौरा कर रहा है. हिमाचल प्रदेश की शांत घाटियाँ और घुमावदार सड़कें दुनिया की कुछ सबसे शानदार सुपरकारों की गर्जना से गूंज रही हैं, क्योंकि 19 हाई-एंड वाहनों का काफिला इस क्षेत्र से गुज़र रहा है. यह शानदार नज़ारा हिमाचल में चार दिवसीय सुपरकार ड्राइव का हिस्सा है, जिसे राज्य में लक्जरी पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए डिज़ाइन किया गया है.
314 किमी प्रति घंटे की गति तक पहुंचने में सक्षम फेरारी, लेम्बोर्गिनी, पोर्श, जगुआर, मैकलारेन, मर्सिडीज-बेन्ज़, ऑडी, बीएमडब्ल्यू और निसान जीटीआर के साथ, पहाड़ियों से गुजरते समय लोगों का ध्यान आकर्षित कर रही हैं; प्रत्येक कार की कीमत करोड़ों रुपये में है, तथा इसकी कीमत 3.5 करोड़ रुपये से लेकर 10 करोड़ रुपये तक है.
मुंबई से नौ और चंडीगढ़ से 10 कारों वाला यह काफिला 24 ड्राइवरों के साथ मनाली के खूबसूरत शहर में पहुंचा. स्पैन रिसॉर्ट पहुंचने पर मनाली के विधायक भुवनेश्वर गौड़ ने इस समूह का गर्मजोशी से स्वागत किया और इस आयोजन को हिमाचल प्रदेश के लिए मील का पत्थर बताया.
गौर ने कहा, "यह हमारे राज्य में लक्जरी पर्यटन के लिए एक नई शुरुआत है." "हमें गर्व है कि हिमाचल प्रदेश को इस प्रतिष्ठित अभियान के लिए चुना गया है. सरकार ऐसी पहलों का पूरा समर्थन करती है जो हमारे राज्य की सुंदरता को वैश्विक दर्शकों के सामने प्रदर्शित करती हैं."