अमेरिका और रशिया नहीं इस देश में बनी थी दुनिया की सबसे पहली कार, आज है इसका बड़ा नाम

Published on: 15 May 2025 | Author: Reepu Kumari
ऐसे कई लोग हैं जिन्हें कारों के बारे में जानना पसंद होता है. आज हमारे पासा बाजार में एक से बढ़कर एक कार मौजूद हैं. हर वर्ग के लिए. आपको जैसी कार चाहिए जिस बजट में चाहिए मिल जाएगी. लेकिन क्या आप जानते हैं कि दुनिया की पहली कार कहां बनी थी. जब बात कारों के इतिहास की होती है, तो अधिकतर लोग मानते हैं कि अमेरिका या रूस जैसे शक्तिशाली देशों ने ही इसका अविष्कार किया होगा.
लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि दुनिया की पहली कार न तो अमेरिका में बनी थी और न ही रूस में, बल्कि इसका अविष्कार जर्मनी में हुआ था.
पहली कार का अविष्कार
दुनिया की पहली ऑटोमोबाइल कार का निर्माण कार्ल बेंज़ (Karl Benz) ने वर्ष 1885 में जर्मनी के मैनहेम शहर में किया था. यह कार पेट्रोल से चलने वाली तीन पहियों की मोटर कार थी, जिसे Benz Patent-Motorwagen नाम दिया गया.
किसके लिए बनाई गई थी पहली कार?
कार्ल बेंज़ ने यह कार मूलतः अपने प्रयोग और परिवहन को आसान बनाने के लिए बनाई थी, लेकिन इस कार को पहली बार सार्वजनिक रूप से चलाने और लोकप्रियता दिलाने का श्रेय उनकी पत्नी बेर्था बेंज़ (Bertha Benz) को जाता है.
बेर्था ने 1888 में अपनी इस कार से लगभग 106 किलोमीटर की यात्रा तय की थी, जो उस समय एक बड़ी उपलब्धि मानी गई. उन्होंने यह सफर मैनहेम से अपने मायके फॉरजाइम तक किया था. यह यात्रा ना सिर्फ तकनीकी रूप से कार की मजबूती का प्रमाण बनी, बल्कि इसने पूरी दुनिया को पहली बार दिखाया कि मोटर वाहन एक व्यवहारिक साधन बन सकते हैं.
कार के फीचर्स
पहली कार में एक सिलेंडर वाला फोर-स्ट्रोक इंजन लगा था, जिसकी क्षमता सिर्फ 0.75 हॉर्सपावर थी. इसकी अधिकतम रफ्तार करीब 16 किलोमीटर प्रति घंटा थी.
क्यों महत्वपूर्ण है यह जानकारी?
अक्सर टेक्नोलॉजी की दुनिया में अमेरिका और रूस का नाम सबसे ऊपर आता है, लेकिन इस ऐतिहासिक उपलब्धि ने यह सिद्ध किया कि नवाचार की शुरुआत जर्मनी जैसे तकनीकी दृष्टि से समृद्ध देश से हुई थी. कार्ल बेंज़ का यह आविष्कार आधुनिक ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री की नींव बना और आज 'Mercedes-Benz' ब्रांड उसी विरासत को आगे बढ़ा रहा है.