'राष्ट्रीय सुरक्षा के हित में पाकिस्तानी कटेंट पर तुरंत लगाए रोक', केंद्र ने OTT, मीडिया स्ट्रीमिंग को दिया आदेश

Published on: 08 May 2025 | Author: Antima Pal
Indian Govt Bans Pakistani Dramas: भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए गुरुवार को सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने एक एडवाइजरी जारी की, जिसमें भारत में संचालित सभी ओटीटी प्लेटफॉर्म, स्ट्रीमिंग सेवाओं और डिजिटल मध्यस्थों को पाकिस्तान से आने वाली सभी कंटेट तक पहुंच को तुरंत बंद करने का निर्देश दिया गया.
— ANI (@ANI) May 8, 2025
एडवाइजरी में कहा गया है कि भारत में कई आतंकवादी हमलों में पाकिस्तान स्थित सरकारी और गैर-सरकारी तत्वों के साथ सीमा पार संबंध स्थापित हुए हैं. हाल ही में 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले में कई भारतीयों, एक नेपाली नागरिक की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए.
'राष्ट्रीय सुरक्षा के हित में पाकिस्तानी कटेंट पर तुरंत लगाए रोक'
इसमें आगे लिखा है राष्ट्रीय सुरक्षा के हित में भारत में संचालित सभी ओटीटी प्लेटफॉर्म, मीडिया स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म और बिचौलियों को सलाह दी जाती है कि वे वेब-सीरीज़, फिल्में, गाने, पॉडकास्ट और अन्य स्ट्रीमिंग मीडिया सामग्री को तत्काल प्रभाव से बंद कर दें, चाहे वह सब्सक्रिप्शन आधारित मॉडल पर उपलब्ध हो या अन्यथा जिसकी उत्पत्ति पाकिस्तान में हुई है. यह निर्देश जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकी हमले के मद्देनजर आया है, जिसमें 26 निर्दोष लोगों की जान चली गई थी. इस कदम को तनावपूर्ण राजनयिक संबंधों के बीच एक दृढ़ सांस्कृतिक रुख के रूप में देखा जा रहा है.
केंद्र ने OTT, मीडिया स्ट्रीमिंग को दिया आदेश
इस प्रतिबंध से भारतीय ओटीटी प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध पाकिस्तानी मूल के मीडिया की एक श्रृंखला प्रभावित होगी. लोकप्रिय नाटकों और वेब सीरीज़ से लेकर संगीत एल्बम और स्वतंत्र पॉडकास्ट तक. कई भारतीय स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म को अब तत्काल प्रभाव से ऐसी सामग्री को हटाना होगा. यह पहली बार नहीं है जब भू-राजनीतिक अशांति के कारण दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक और मनोरंजन आदान-प्रदान में कटौती की गई है.
ओटीटी प्लेटफॉर्मों ने जवाब में नहीं किया अभी तक बयान जारी
2016 के उरी हमले के बाद पाकिस्तानी कलाकारों को भारतीय फिल्म उद्योग में काम करने से अनौपचारिक रूप से बैन कर दिया गया था. हालांकि इस लेटेस्ट निर्देश तक कुछ पाकिस्तानी कंटेट डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म के माध्यम से सुलभ रही है. अभी तक प्रमुख ओटीटी प्लेटफॉर्मों ने मंत्रालय के आदेश के जवाब में आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है.