Nargis Death Anniversary: हिंदू धर्म में शादी कर क्यों मुस्लिम रीति-रिवाजों से हुआ था नरगिस का अंतिम संस्कार?

Published on: 03 May 2025 | Author: Babli Rautela
Nargis Death Anniversary: सोनाली दत्त, जिन्हें हम सभी नरगिस के नाम से जानते हैं, बॉलीवुड की महान अदाकारा और एक नामी शख्सियत थीं. उनकी शादी मशहूर एक्टर सुनील दत्त से 1958 में हुई थी. उनका एक खुशहाल परिवार था, जिसमें तीन बच्चे - संजय दत्त, प्रिया दत्त और नम्रता दत्त थे. हालांकि, नरगिस का निधन बहुत जल्दी हो गया और उनका परिवार इस दुखद घड़ी में उनके साथ था. आज नरगिस दत्त की पुण्यतिथि पर उस पल को याद करते हैं जब उनकी बेटी प्रिया दत्त ने एक इंटरव्यू में अपनी मां के अंतिम समय से जुड़े कई गहरे और भावनात्मक पहलुओं का खुलासा किया.
नरगिस का निधन 1981 में कैंसर की वजह से हुआ था. इस दौरान प्रिया दत्त केवल 14 साल की थीं, और वह और उनका परिवार इस संकट से जूझ रहे थे. प्रिया ने अपने इंटरव्यू में बताया कि उनकी मां को कैंसर के इलाज के दौरान सात सर्जरी से गुजरना पड़ा.
कैंसर से हुआ नरगिस का निधन
अपनी मां के इलाज के दिनों को याद करते हुए वह कहती हैं, 'उसका इतना खून बह रहा था कि उसे बार-बार ऑपरेशन करना पड़ा. एक बिंदु पर हम यह देख रहे थे कि अब कोई उपाय नहीं बचा है. मां के इलाज के दौरान हमारे लिए यह सबसे कठिन समय था. हम अचानक से छोटे बच्चे नहीं रहे, बल्कि हमें जीवन के बहुत कठिन पहलुओं का सामना करना पड़ा.'
प्रिया ने आगे कहा कि उनके पिता सुनील दत्त अपनी पत्नी के इलाज के दौरान बहुत तनाव में थे, और खाने-पीने का ख्याल नहीं रखते थे. वह कहते थे कि 'अगर हमें पिता को खोना नहीं था, तो हमें यह सुनिश्चित करना था कि वह कुछ खा-पी लें.'
नरगिस का अंतिम संस्कार
जब नरगिस का निधन हुआ, तो उन्होंने अपनी मृत्यु के बाद मुस्लिम रीति-रिवाजों के अनुसार दफनाए जाने की इच्छा व्यक्त की थी. प्रिया दत्त ने इस बारे में बताया कि उनकी मां चाहती थीं कि उन्हें उनके पारिवारिक कब्रिस्तान में दफनाया जाए. प्रिया ने खुलासा किया, 'हमारे लिए यह एक बहुत अवास्तविक स्थिति थी, क्योंकि इस समय हमारी मां को मुस्लिम रीति से दफनाया जाना था, लेकिन पापा ने उनकी इच्छा का सम्मान किया.'
जब नरगिस का शव घर लाया गया, तो वहां मीडिया का भारी जमावड़ा था. प्रिया ने कहा, 'जब हम घर आए, तो मीडिया के कई लोग वहां थे, और एक रिपोर्टर ने मुझसे पूछा कि मैं इस समय कैसे महसूस कर रही हूं. मेरे पिता ने हमें एक कमरे में ले जाकर कहा, 'अगर तुम रोना चाहते हो तो मेरे साथ रो सकते हो, लेकिन बाहर संयम बनाए रखना.'
सुनील दत्त, जो खुद एक हिंदू थे, ने कई लोगों से सुना था कि चूंकि नरगिस की शादी एक हिंदू से हुई थी, उन्हें हिंदू रीति से दफनाया जाना चाहिए. हालांकि, सुनील दत्त ने अपनी पत्नी की आखिरी इच्छा का पालन करते हुए कहा, 'नहीं, उनकी इच्छा थी कि उन्हें दफनाया जाए और हम उनकी इच्छा के अनुसार सब कुछ करेंगे.'