Sa Re Ga Ma Pa Lil’ Champ Season 4 Winner: ये है सा रे गा मा पा लिटिल चैंप सीजन 4 का विनर

Published on: 12 May 2025 | Author: Babli Rautela
Sa Re Ga Ma Pa Lil’ Champ Season 4 Winner: तमिल टेलीविजन के सबसे पॉपुलर संगीत रियलिटी शो 'सा रे गा मा पा लिटिल चैंप' के चौथे सीजन का ग्रैंड फिनाले 11 मई 2025 को धूमधाम से संपन्न हुआ. इस शानदार समारोह में युवा गायक दिव्येश ने अपनी मधुर आवाज और उत्कृष्ट प्रदर्शन से विजेता की ट्रॉफी अपने नाम की. फिनाले की रात संगीत, भावनाओं और सितारों की चमक से भरी रही, जिसने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया.
फिनाले में विशेष अतिथि के रूप में मौजूद तमिल सिनेमा के मशहूर एक्टर शिवकार्तिकेयन ने विजेता की घोषणा की. दिव्येश ने अपने बहुमुखी गायन और समर्पण से जजों और दर्शकों का दिल जीत लिया. ट्रॉफी हासिल करने के बाद उन्होंने अपने माता-पिता और गुरुओं के प्रति कृतज्ञता जताई, जिनके समर्थन ने उन्हें इस मुकाम तक पहुंचाया. उनकी जीत ने उनके महीनों की मेहनत और प्रतिबद्धता को सार्थक किया. सोशल मीडिया पर Zee Tamil ने दिव्येश को 'संगीत का नन्हा सितारा' करार देते हुए उनकी तारीफ की.
दिव्येश बने सा रे गा मा पा लिटिल चैंप सीजन 4 विनर
ग्रैंड फिनाले में योगश्री ने प्रथम रनर-अप और हेमीत्रा ने द्वितीय रनर-अप का खिताब हासिल किया. दोनों ने पूरे सीजन में अपनी गायन प्रतिभा से दर्शकों को प्रभावित किया. जजों ने उनकी मेहनत और सुधार की सराहना की. Zee Tamil ने इंस्टाग्राम पर लिखा, 'योगश्री और हेमीत्रा ने अपने प्रदर्शन से साबित किया कि वे भविष्य के सितारे हैं.'
चेन्नई के नेहरू इंडोर स्टेडियम में आयोजित इस फिनाले में छह फाइनलिस्ट—दिव्येश, योगश्री, हेमीत्रा, श्रीमती, महती और अभिनेश—ने अपनी प्रस्तुतियों से माहौल को संगीतमय बना दिया. शिवकार्तिकेयन की मौजूदगी और उनके प्रेरक शब्दों ने प्रतियोगियों का हौसला बढ़ाया. शो की मेजबानी अर्चना चंढोके ने की, जिनकी जीवंत ऊर्जा ने दर्शकों को जोड़े रखा. जजों के पैनल में श्रीनिवास, सैंधवी, श्वेता मोहन और एस. पी. चरण जैसे संगीत दिग्गज शामिल थे, जिन्होंने प्रतियोगियों को मार्गदर्शन दिया.
शो की लोकप्रियता
2 नवंबर 2024 को Zee Tamil और ZEE5 पर शुरू हुआ यह सीजन तमिलनाडु के घर-घर में छाया रहा. 48 प्रतियोगियों में से 26 ने फाइनल राउंड में जगह बनाई, और हर एपिसोड में उनकी प्रतिभा ने दर्शकों को हैरान किया. शो का प्रारूप इतना सफल रहा कि इसे हिंदी, तेलुगु, मलयालम, कन्नड़ और बंगाली भाषाओं में भी अपनाया गया. यह शो न केवल युवा गायकों को मंच देता है, बल्कि परिवारों के लिए मनोरंजन का एक अनमोल साधन भी है.